चंडीगढ़ : हरियाणा में पिछले कई माह से इनेलो में रहकर जननायक जनता पार्टी का समर्थन कर रहे चार निवर्तमान विधायकों ने शुक्रवार को औपचारिक रूप से जजपा का दामन थाम लिया। चारों विधायकों ने विधानसभा स्पीकर द्वारा दलबदल मामले में सुनवाई किए जाने के दौरान अपने पद से इस्तीफा दिया था। उधर निवर्तमान विधायकों द्वारा इस्तीफा दिए जाने के बाद इनेलो ने पलटवार करते हुए इस्तीफे की खबरों को निराधार बताया है।
पिछले साल गोहाना रैली के बाद इनेलो के दो फाड़ होने के बाद जननायक जनता पार्टी के अस्तित्व में आने के बाद सबसे पहले इनेलो विधायक नैना सिंह चौटाला, अनूप धानक, पिरथी सिंह नंबरदार तथा राजदीप फौगाट ने जजपा के साथ मंच साझा किया था। चारों विधायकों ने पिछले एक साल के दौरान इनेलो के साथ कोई सहमति नहीं दिखाई। जिसके चलते अभय चौटाला ने स्पीकर के समक्ष दलबदल के तहत कार्रवाई की मांग को लेकर केस दायर किया था। इस केस पर फैसले से पहले चारों विधायकों ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया।
आज चारों निवर्तमान विधायकों ने जजपा संयोजक एवं पूर्व सांसद दुष्यंत चौटाला की मौजूदगी में औपचारिक रूप से जजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली। चारों विधायकों ने दावा किया कि दो दिन पहले विधायक पद से इस्तीफा देने के बाद गुरूवार को इनेलो से भी इस्तीफा दे दिया। अब चारों विधायक औपचारिक रूप से जजपा के बैनर तले ही काम करेंगे।
दूसरी तरफ इनेलो के प्रदेशाध्यक्ष बीरबल दास ढालिया ने चारों पूर्व विधायकों द्वारा इनेलो की प्राथमिक सदस्यता से कथित त्यागपत्र की खबरों को निरर्थक और निराधार बताते हुए कहा कि अक्तूबर 2018 से ही यह चारों विधायक अपने आपको इनेलो पार्टी की गतिविधियों से न केवल अलग कर चुके थे और जजपा में शामिल हो चुके थे। अक्तूबर के बाद से ही चारों पूर्व विधायकों ने पहले जींद उपचुनाव और फिर लोकसभा चुनावों में भी जजपा का समर्थन करते हुए इनेलो का विरोध किया था।