जींद : जींद के उपचुनाव में बड़ा झटका लगने के बाद कुरुक्षेत्र सांसद एवं लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी के अध्यक्ष राजकुमार सैनी आने वाले 15 दिनों में किसी दूसरी पार्टी से गठबंधन करने जा रहे हैं। पार्टी के नाम का खुलासा न करने के साथ सांसद राजकुमार सैनी ने साफ तौर पर कहा है कि भले ही जींद उपचुनाव में उनके जहाज को भाजपा ने हाईजैक कर लिया हो, किंतु वे संभल चुके हैं और पूरी मजबूती के साथ उठकर लोकसभा चुनाव लड़ने का मूड बना चुके हैं।
सांसद सैनी ने यह अहम खुलासा रविवार को जींद की सैनी धर्मशाला में आयोजित कार्यकत्र्ताओं की बैठक को संबोधित करते हुए किया। इस मौके पर जींद से लोसपा प्रत्याशी के तौर पर मैदान में उतरे पंडित विनोद आशरी ने अपने संबोधन में कहा कि उपचुनाव में मतदान से ठीक दो दिन पहले समाज के वो लोग भी दूसरे अंगना में जाकर बैठ गए, जो ऑटो को तेजी से दौड़ाने की हुंकार भरते थे। धन और दबाव बल के आगे जो झुक गए, वो किसी के नहीं हो सकते। लेकिन वे डंके की चोट पर इतना जरूर कह सकते है कि इस ब्राह्मण ने ना झुकना सीखा है, ना टूटना। जींद के जिन साढ़े 13 हजार से ज्यादा लोगों ने उनका साथ दिया है, वे 13 लाख का काम करेंगे।
सांसद सैनी के नेतृत्व में जींद से जो अलख उठी है, वह प्रदेश में असर दिखायेगी। इस मौके पर जिला प्रधान विनोद सैनी, सूर्य प्रकाश, देवीदास बाल्मीकि, ब्राह्मण सभा के प्रधान भगवान दत्त शर्मा, रामचंद्र शास्त्री, रामफल शर्मा, राजबाला सैनी, अतुल शर्मा सहित दर्जनों नेताओं ने अपने वक्तव्य रखे। सांसद राजकुमार सैनी ने इस मौके पर कहा कि आने वाले 15 दिनों में वे किसी के साथ गठबंधन करते है तो कार्यकत्र्ता उसके लिए तैयार रहे। क्योंकि कार्यकर्ताओं से रायशुमारी के बाद ही वे अपना कदम उठाते हैं।
उन्होंने कहा कि उपचुनाव के निर्णय के बाद तीन पार्टियों के ऑफर उनके पास आ चुकी है। वे किस पार्टी के साथ गठबंधन कर रहे है, इसका खुलासा 15 दिनों में कर देंगे। सांसद सैनी ने कहा कि पिछले चार सालों से जिस मसले और दर्द को लेकर वे आवाज उठा रहे थे, उसको भाजपा ने हाईजैक कर लिया। जो माहौल हमने तैयार किया था, उसे भाजपा ने अफवाहों का बंवडर बनाकर अपने पक्ष में कर लिया।
किंतु उनको पूरा भरोसा है कि उनका जो हवाई जहाज हाईजैक किया गया है, उसमें पकड़ भी होगी और संघर्ष का फल उनको निश्चित तौर पर मिलेगा। लोसपा अध्यक्ष ने कहा कि 140 साल पुरानी कांग्रेस को जींद में बड़ा झटका लगा है। यहीं नहीं, घोषणाओं के अंबार लगाने वाली इनेलो 3500 के आंकड़े को भी पार नहीं कर पाई। धन-दबाव का मुकाबला करने वाली लोसपा की सभी पार्टियों ने घेराबंदी की। किंतु 13 हजार से ज्यादा मत लेकर इस बात का अहसास करा दिया गया है कि आने वाला समय लोसपा का है।
उपचुनाव के सबक से सीखने का आह्वान : कुरूक्षेत्र सांसद राजकुमार सैनी के इस दरबार में उपचुनाव में मिली हार को लेकर लोगों ने एक-दूसरे पर गिले-शिकवे भी निकाले। किंतु इन गिले-शिकवों को सुनने के बाद पंडित विनोद आशरी ने कहा कि इस उपचुनाव में जो सबक मिला है, उससे बहुत कुछ सीखने की जरूरत है। इस सीख के साथ अब आगे बढ़ेंगे।
कुरूक्षेत्र सांसद ने कहा कि बूथ स्तर पर अपनी सूचियां तैयार करें। क्योंकि 2019 निश्चित तौर पर लोसपा को अपने हक में लाना है। उन्होंने कहा कि सौ प्रतिशत आरक्षण और घर-घर रोजगार सहित जिन मुद्दों को लेकर पार्टी चली है, उन पर स्टैंड बरकरार रहेगा।