सोहना : सोहना ब्लाक के गांव अलीपुर में रहने वाले 40 वर्षीय गैंगस्टर अशोक राठी की उसी के घर में घुसकर गोलियों से छलनी किए जाने पर अशोक राठी की मौत की बाद चिकित्सकों के बोर्ड द्वारा अशोक राठी के शव का पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सौंप दिया गया। अशोक राठी का दाह संस्कार उनके पैतृक गांव अलीपुर में भारी पुलिसबल की मौजूदगी व गमगीन माहौल में स्वर्गाश्रम में अंतिम संस्कार किया गया।
इस मौके पर सोहना जोन के सहायक पुलिस उपायुक्त सतेन्द्र कुमार दहिया, भौंड़सी पुलिस थाना प्रभारी इंस्पेक्टर सवित कुमार समेत इंस्पेक्टर रैंक के कई अधिकारी और भारी पुलिसबल मौजूद रहा। पूरा गांव पुलिस छावनी बना नजर आया। दाह संस्कार में गांव के साथ-साथ आसपास लगते गांवों के लोग भी मौजूद रहे। प्राप्त जानकारी के अनुसार पोस्टमार्टम के वक्त गैंगस्टर अशोक राठी के शरीर से 5 गोलियां निकली है। पेट में लगी गोली टूटी हालत में मिली है। अशोक राठी के शरीर पर चलाई गई गोलियों के 11 घाव मिले है और ऐसा माना जा रहा है कि अशोक राठी को निशाना बनाकर चलाई गई गोली एक फुट की दूरी से और पीछे से मारी गई है।
अशोक राठी पुत्र स्वर्गीय महावीर सिंह राठी के शव को पोस्टमार्टम के बाद शव वाहन में सीधे घर लाया गया। यहां से शवयात्रा करीब 400 मीटर दूर स्वर्गधाम पहुंची, जहां मृतक अशोक राठी के भाई महेश उर्फ नीशु ने अशोक राठी को मुखाग्नि दी। गांव में अभी भी पुलिस जवान तैनात है। पुलिस की पीसीआर के साथ-साथ राइडर भी गश्त कर रही है तो सादा लिबास में पुलिस जवान और हरियाणा पुलिस की गुप्तचर शाखा के कर्मचारी भी पल-पल की घटनाओं पर बारीकी से निगाह रखे हुए है। परिजनों का कहना है कि किसी को भी सपने में यह अनुमान नही रहा कि उनके घर में कोई अनहोनी होने वाली है। हादसे के बाद पूरा परिवार गहरे सदमे में डूबा हुआ है।
मृतक अशोक राठी की मां 65 वर्षीय सावंत का कहना है कि बुढ़ापे में उनको सहारा देने वाली एक लाठी टूट गई है। अशोक की पुरानी यादों भरी बातें करते-करते उसकी मां सावंत बार-बार बेहोश हो रही है और बताती है कि अशोक के सिर से बाप का साया पहले ही उठ गया। अब उसकी 9 वर्षीय पुत्री भूमि ही अशोक की यादगार के रूप में बाकी रही है। अशोक राठी की मां सावंत का कहना है कि अशोक बहुत ही मिलनसार था। जिससे भी एक बार मिलता था, उसे अपना बना लेता था। अशोक राठी की मौत से परिवार को गहरा सदमा लगा है। ऐसी किसी को उम्मीद भी नही थी। अशोक राठी की मां और परिवार की महिलाएं बार-बार अशोक की मौत पर कभी गश खाकर गिर रही है तो कभी बेहोश हो रही है। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
ऐसे में कठोर से कठोर हृदय वाले व्यक्ति की आंखें भी एक बार आंसूओं से लबालब हो जाती है। ध्यान योग्य ये है कि सोहना के गांव अलीपुर में रहने वाला गैंगस्टर अशोक राठी जब अपने घर के भीतर बैठक में बैठकर हुक्का गुडग़ुड़ा रहा था, तभी उसके 3 करीबी दोस्त नरेन्द्र उर्फ सोनू, रोहित डागर उर्फ बोबी निवासी गांव अलीपुर तथा सलीम निवासी गांव हरियाहेड़ा उसे सुबह करीब 8 बजे मिलने के लिए आए। सभी ने इकटठा बैठकर चाय पी और जैसे ही दोस्त जाने के लिए वापिस मुडे, वैसे ही अचानक उन्होने अपनी जेब से हथियार निकाल लिए और तड़ातड़ गोलियां चलानी शुरू कर दी। तीनों ने लगातार 5 गोलियां चलाई।
गोलियों की आवाज सुनकर घर में मौजूद अशोक राठी का छोटा भाई महेश उर्फ नीशू और पड़ोस में रहने वाला नवीन भागकर आए। इसी बीच हमलावर भाग निकले और खून से लथपथ अशोक राठी को परिजन पार्क अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डाक्टरों ने अशोक की हालत बिगड़ती देख उसे मेदांता अस्पताल दाखिल कर दिया। करीब 6 घंटे बाद अशोक ने अस्पताल में दम तोड़ दिया।
देखने वाली बात ये है कि अशोक राठी की हत्या वाली यह पूरी वारदात घर पर लगे तीसरी आंख रूपी सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। उसी सीसीटीवी फुटेज के आधार और मृतक के छोटे भाई महेश उर्फ नीशू की शिकायत पर पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है। आरोपियों को पकडऩे के लिए पुलिस की कई टीमों के साथ-साथ सीआईए पुलिस की 4 टीमें छापेमारी में जुटी है।