गुरुगाम : हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कला व आस्था के संगम गीता महोत्सव के दूसरे दिन मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत की। उन्होंने गीता महोत्सव में लगाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन किया और विभिन्न धार्मिक व स्वयंसेवी संस्थाओं तथा सरकारी विभागों द्वारा लगाए गए स्टॉलों में खासी रूचि दिखाई। मुख्यमंत्री के सामने राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत किए गए कार्यक्रम से प्रसन्न होकर प्रतिभागी विद्यार्थी को 5100 रूपए की राशि पुरूस्कार स्वरूप देने की घोषणा की।
उन्होंने कहा कि श्रीमद्भगवतगीता की शिक्षाएं जन-जन तक पहुंचाने के उद्देश्य से पूरे प्रदेश में गीता महोत्सव आयोजित किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पहले केवल कुरूक्षेत्र जिला में गीता जयंती का आयोजन किया जाता था लेकिन गीता में भगवान श्रीकृष्ण द्वारा मानवता को दिए गए संदेश के महत्व को देखते हुए सन् 2016 से प्रदेश के सभी जिलों में इसका आयोजन शुरू किया गया है ताकि यह संदेश जन जन तक पहुंचे।
श्री मनोहर लाल ने कहा कि अब कुरूक्षेत्र में आयोजित किए जा रहे अंतर्राष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव में 20 देश भाग ले रहे हैं और यह कार्यक्रम वहां पर अब 16 दिनों तक चलाया जाता है। इस महोत्सव में भाग लेने वाले देशों का कहना है कि गीता के संदेश को केवल कुरुक्षेत्र तक ही सीमित ना रखा जाए बल्कि दुनिया भर में पहुंचाया जाना चाहिए। उनकी इस इच्छा को देखते हुए वर्ष-2019 फरवरी में मॉरीशियस में पहली बार देश से बाहर गीता जयंती का कार्यक्रम आयोजित किया गया और बाद में अगस्त माह में यूनाइटेड किंगडम(यूके) में आयोजित किया गया और अब इसका आयोजन मार्च-2020 में आस्ट्रेलिया में तीन दिवसीय कार्यक्रम तथा जुलाई-2020 में कनाडा में किया जाएगा। इस बार कुरूक्षेत्र में यह समारोह 23 नवंबर से शुरू हुआ जिसका समापन 10 दिसंबर को होगा।
उसमें मुख्य मेला, सरस मेला, आर्टस एंड क्राफट का कार्यक्रम होता है जिसमें 700 से 800 स्टॉल लगाए जाते हैं। इसमें देश भर के विभिन्न प्रांतो से संस्थाएं आती है। इस समारोह में देश भर से लोग आते है जो हमारी ‘वसुधैव कुटुंबकम‘ की भावना को प्रकट करता है। उन्होंने कहा कि गीता एक ऐसा ग्रंथ है जिसका संदेश विश्वव्यापी है, अमर, अजर व शाश्वत है। उसका मानवता के नाते अधिक से अधिक प्रचार प्रसार किया जाना आवश्यक है।