सिरसा : हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा है कि संस्कारों के बिना सभी प्रकार की शिक्षाएं व्यर्थ हैं और जब तक हम महापुरुषों के संपर्क या उनके बताए हुए उपदेशों व शिक्षाओं पर नहीं चलते तब तक हमारी शिक्षा व्यर्थ है। इन्हीं महापुरूषों का संदेश देने के लिए हरियाणा सरकार ने पिछले पांच वर्षों में महापुरुषों की जयंतियां सरकारी तौर पर मनाने का निर्णय लिया है। श्री मनोहर लाल रविवार को सिरसा की नई अनाज मंडी में श्री गुरू नानक देव जी के 550 साला प्रकाशोत्सव के अवसर पर प्रदेश के कोने-कोने से आई संगत को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा है कि उन्होंने अपने पांच वर्ष के शासन काल में प्रदेश के अंदर सरकारी फंड पर लगने वाले टांके को पूरी तरह से रोक दिया है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार 36 बिरादरियों व धर्मों के लोगों के लिए काम कर रही है। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि गुरु नानक जी ने सबकी भलाई के लिए काम किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सिरसा धर्मगुरूओं की एक ऐतिहासिक नगरी रही है जहां सिखों के सभी दस गुरुओं ने यहां पर चालिसा अर्थात 40 दिन यहां बिताए हैं।
श्री गुरु नानक देव जी महाराज ने यहां के गुरुद्वारा चिल्ला साहिब में चार महीने 13 दिन बिताए थे। उन्होंने गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी की मांग पर गुरुद्वारा चिल्ला साहिब की लगभग 77 कनाल मंजूर भूमि जो सरकार के नाम है को सरकार की नीति के अनुसार गुरुद्वारा के नाम करने की घोषणा की। इसके अलावा जितनी भूमि का उपयोग गुरुद्वारा गुरु घर के लिए करेगा उसको छोडकऱ शेष जमीन पर लोक भलाई के लिए चलाई जाने वाली संस्थानों के लिए सरकार की ओर से आवश्यक अनुदान देने की घोषणा भी की।