चंडीगढ़ : हरियाणा मेें नशे पर अंकुश लगाने के लिए एक साल के भीतर अलग से ‘हरियाणा नारकोटिक्स ब्यूरो’ बनाया जाएगा। इससे नशे के अवैध धंधे की जड़ों तक पहुंचकर बड़े तस्करों को दबोचा जा सकेगा। इसके अलावा अवैध शराब के तस्करों पर कड़ी कार्रवाई के लिए कानून में भी बदलाव की तैयारी है।
नया कानून बनने से शराब तस्करों के वाहनों के अलावा उनकी प्रॉपर्टी को भी अटैच किया जा सकेगा। गृह मंत्री अनिल विज ने हरियाणा सचिवालय में ‘ऑपरेशन प्रहार’ की समीक्षा बैठक में बताया कि नशे के खिलाफ अभियान चलाते हुए एक महीने में 281 केस दर्ज कर 319 लोगों को पकड़ा गया है। इस दौरान करीब छह किलोग्राम अफीम, 24 सौ किलो चूरा पोस्त, दस किलो चरस, 262 किलो गांजा, दो किलो स्मैक, 870 ग्राम हेरोइन के साथ ही नशे की 83,446 गोलियां, 2628 कैप्सूल, 335 इंजेक्शन तथा 1612 सिरप बरामद किए गए।
गृह मंत्री ने नशे के खिलाफ मुहिम के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हुए कहा कि नशा तस्करों की जानकारी पुलिस के टोल फ्री नंबर पर भी दी जा सकती है। उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि अगर गली-मोहल्लों में नशा या अवैध शराब बेचने की जानकारी मिलती है तो इन नंबरों पर फोन करें। पुलिस तुरंत मौके पर पहुंचेगी।