सोनीपत : राष्ट्रपति श्री राम नाथ कोविंद ने खाद्य प्रौद्योगिकी, उद्यमशीलता व प्रबंधन की शिक्षा पूर्ण कर चुके विद्यार्थियों से आह्वान किया कि वे राष्ट्र में खाद्य प्रसंस्करण उद्योग को विकसित करने एवं विस्तार देने में अपनी अमूल्य भूमिका तय करें ताकि निर्माण क्षेत्र व सेवा क्षेत्र की भांति देश में कृषि क्षेत्र भी आर्थिक रूप से सुदृढ़ हो सके। राष्ट्रीय खाद्य प्रौद्योगिकी उद्यमशीलता एवं प्रबंधन संस्थान (निफटम) के प्रथम दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि देश में खाद्य प्रसंस्करण उद्योग क्षेत्र के विकसित होने की अपार संभावनाओं के दृष्टिगत खाद्य प्रौद्योगिकी व उद्यमशीलता की अत्यधिक मांग है।
खाद्य प्रौद्योगिकी व उद्यमशीलता की शिक्षा प्राप्त कर चुके विद्यार्थी असंगठित कृषि क्षेत्र को संगठित करने व आर्थिक रूप से सुदृढ़ बनाने की दिशा में खाद्य प्रसंस्करण उद्योग को विकसित करने में अपनी सक्रिय भूमिका तय करें। राष्ट्रपति ने अपने संबोधन में कृषि कार्य को तपस्या की संज्ञा देते हुए कहा कि कृषि क्षेत्र को खाद्य प्रसंस्करण उद्योग व उद्यमशीलता के साथ जोडऩे की दिशा में सरकार द्वारा नीतिगत कार्य किये गये हैं। कृषि क्षेत्र के विकास के लिए खाद्य श्रंखलाओं के साथ विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी का प्रयोग व उपयोग आवश्यक है। इस दिशा में खाद्य प्रौद्योगिकी व उद्यमशीलता क्षेत्र की शिक्षा व अनुसंधान से जुड़े संस्थानों की महती भूमिका होगी।
राष्ट्रपति ने कहा कि भारत में पर्याप्त रूप से दुग्ध उत्पादन, अनाज उत्पादन, फल उत्पादन, सब्जी उत्पादन व मांस उत्पादन होने के परिणामस्वरूप खाद्य प्रसंस्करण उद्योग क्षेत्र के विकसित होने व विस्तारित होने की अपार संभावनाएं हैं। खाद्य प्रौद्योगिकी, उद्यमशीलता व प्रबंधन क्षेत्र से जुड़े निफ्टम जैसे संस्थानों का सामाजिक संदर्भ भी उभरकर सामने आया है। इस श्रेणी के संस्थानों और इन संस्थानों से शिक्षा प्राप्त कर रहे विद्यार्थियों की खाद्य प्रसंस्करण उद्योग क्षेत्र व किसानों की आर्थिक स्थिति सुदृढ़ करने में अहम योगदान रहेगा। स्नातक व स्नातकोत्तर की शिक्षा में गोल्ड मेडलिस्ट विद्यार्थियों को प्रथम दीक्षांत समारोह में राष्ट्रपति ने उपाधियां प्रदान की।
निफ्टम के प्रथम दीक्षांत समारोह में स्नातक व स्नातकोत्तर की शिक्षा पूर्ण कर चुके 540 विद्यार्थियों को उपाधियां प्रदान की गई। केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री श्रीमती हरसिमरत कौर बादल ने कहा कि खाद्य प्रसंस्करण उद्योग एवं उद्यमशीलता क्षेत्र को क्रमबद्ध व योजनाबद्ध रूप से विकसित करने के लिए नए कार्यक्रमों को आगे बढ़ाया है। खाद्य प्रसंस्करण उद्योग क्षेत्र के विस्तार की दिशा में 14 बिलियन डालर के एमओयू हुए है। हरियाणा व पंजाब क्षेत्र की कृषि उत्पादकता का जिक्र करते हुए केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि देश की जनता को शुद्ध एवं पौष्टिक खाद्य सामग्री उपलब्ध करवाने के लिए खाद्य प्रसंस्करण उद्योग एवं उद्यमशीलता को विस्तार दिया जा रहा है।
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– जसबीर खत्री