दिवाली की आतिशबाज़ी की आड़ में गुरुग्राम में पुरानी रंजिश को अंजाम दिया गया। गुरुग्राम के कासन गांव के एक पूर्व सरपंच के दो बच्चों सहित परिवार के छह सदस्यों पर प्रतिद्वंद्वी गिरोह के लोगों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। घटना में एक की मौत हो गई है। घटना उस वक्त हुई जब पूर्व सरपंच अपने परिवार के साथ दीपावली की पूजा कर रहे थे।
वारदात के बाद से पूरे गांव में दहशत और तनाव का माहौल है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। सुरक्षा के लिहाज से गुरुग्राम की कई अपराध इकाइयों को घटना स्थल पर तैनात किया गया है। पूर्व सरपंच गोपाल के परिवार के सदस्यों पर कथित हमला गुरुवार की शाम करीब 8:26 बजे हुआ।
पुलिस ने कहा, “सभी घायलों को गंभीर हालत में एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पीड़ितों का आधिकारिक बयान मिलने के बाद घटना के पीछे का मकसद स्पष्ट हो जाएगा। यह एक पुरानी रंजिश का परिणाम था या नहीं, यह विस्तृत जांच के बाद स्पष्ट होगा।’
घर में मौजूद सभी सदस्य हुए गोलियों का शिकार
जानकारी के अनुसार, कासन गांव के दिवंगत पूर्व सरपंच गोपाल सिंह के परिवार के लोग गुरुवार रात करीब 8:00 बजे दिवाली की पूजा कर रहे थे। दिवाली की आतिशबाजी के दौरान दो-तीन बाइक से हथियारों से लैस होकर आए करीब आधा दर्जन बदमाशों ने उनके घर में घुसकर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी।
फायरिंग में घर मौजूद मौजूद सभी छह लोगों को गोली लगी। बदमाशों की गोली के शिकार 21 वर्षीय विकास सिंह ने मौके पर ही दम तोड़ दिया, जबकि आठ साल के यश को गोली छूकर निकल गई। सोनू सिंह की हालत काफी गंभीर बताई जा रही है। पटाखों की आवाज के बीच पड़ोसियों को भी गोलियां चलने का पता नहीं चला। वारदात के बाद जब घर से रोने, चीखने-चिल्लाने की आवाज सुनाई पड़ीं तब पड़ोसी दौड़कर वहां पहुंचे।