हरियाणा में सोनीपत के एक गांव में लाठियों से लैस लोगों का एक समूह कथित रूप से मस्जिद में घुस गया और उसने वहां नमाज अदा कर रहे लोगों पर हमला किया एवं तोड़फोड़ की। पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी।
नमाजियों पर 15 से 20 हथियारबंद लोगों ने किया हमला
पुलिस ने बताया कि जिले के सांदल कलां गांव में रविवार देर रात रमजान की नमाज अदा कर रहे नमाजियों पर 15 से 20 हथियारबंद लोगों ने हमला कर दिया, जिसमें कम से कम सात लोग घायल हुए हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
पुलिस आयुक्त बी सतीश बालन ने बताया कि गांव के कुछ असामाजिक तत्वों ने रात को मस्जिद में घुसकर नमाज पढ़ रहे लोगों पर हमला कर दिया।
10 युवको को किया गिफ्तार
उन्होंने बताया कि पुलिस ने 10 युवकों को गिरफ्तार करके गन्नौर की अदालत में पेश किया है जहां अदालत ने तीन आरोपियों को एक दिन की पुलिस हिरासत और सात अन्य आरोपियों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। बालन ने कहा कि घटना के बाद गांव में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई है और जब तक पीड़ित असुरक्षित महसूस करेंगे, गांव में पुलिस तैनाती रहेगी। उन्होंने कहा कि गांव के कुछ असामाजिक तत्वों ने बीती रात को मस्जिद में घुसकर नमाज पढ़ने वाले लोगों पर हमला किया। उन्होंने बताया कि उनका आपस में कोई मनमुटाव या तनाव भी नहीं था।
सख्त कार्यवाई की जाएगी
बालन ने कहा कि ‘‘बिना किसी उकसावे’’ के धर्मस्थल में घुसकर इस प्रकार की घटना को अंजाम देने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।उन्होंने बताया कि इस मामले में 19 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है, जिनमें से 10 लोगों को नामजद किया गया है।पुलिस अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तार युवक इसी गांव के रहने वाले हैं और उनके खिलाफ धार्मिक भावनाओं को आहत करने समेत भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
वारदात के पीछे की वजह अभी तक स्पष्ट नहीं
घायलों में से एक सलीम ने बताया कि लाठी-डंडों से लैस करीब 15 से 20 लोग आए और उन्होंने मस्जिद में नमाज पढ़ रहे लोगों पर हमला कर दिया। सोशल मीडिया पर कथित हमलावरों की तस्वीरें भी आई हैं, जिसमें ये युवक हाथों में लाठी-डंडे लेकर गांव की गलियों में घूमते नजर आ रहे हैं। इस वारदात के बाद गांव सांदल कलां में तनाव का माहौल है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, विशेष समुदाय पर हमला करने वाले युवक गांव के ही रहने वाले हैं, हालांकि, वारदात के पीछे की वजह अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाई है।