आईएएस अधिकारी अनीता यादव की शिकायत के बाद गुरुग्राम पुलिस ने जबरन वसूली के प्रयास का मामला दर्ज किया है।पुलिस के अनुसार, ऋषि के रूप में पहचाना गया एक कॉलर कथित तौर पर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) द्वारा जांच की जा रही एक मामले में अपना नाम हटवाने के लिए आईएएस अधिकारी को 5 करोड़ रुपये तक का भुगतान करने के लिए मजबूर कर रहा था।
पीड़िता ने दूसरे फोन से बातचीत भी रिकॉर्ड कर ली
यादव ने अपनी शिकायत में कहा कि उन्हें 3 मार्च को एक व्यक्ति का फोन आया जिसने खुद को ऋषि बताया था।उन्होंने पुलिस को बताया, उन्होंने मुझे एसीबी हरियाणा के विचाराधीन एक मामले से उसका नाम हटवाने के लिए 5 करोड़ रुपये का भुगतान करने के लिए कहा। उसने कहा कि उसे किसी राजनेता ने मुझसे संपर्क करने का निर्देश दिया था। उक्त व्यक्ति ने 4 मार्च को फिर से मुझसे संपर्क किया और यह कहकर मुझे धमकी दी कि अगर मैंने भुगतान करने से इनकार किया तो इसके परिणाम भुगतने होंगे।पीड़िता ने दूसरे फोन से बातचीत भी रिकॉर्ड कर ली और वह पुलिस को मुहैया करा दी गई।
अधिकारियों की जांच के लिए एसीबी को अनुमति
राज्य सरकार ने हाल ही में फरीदाबाद में एक कथित घोटाले के सिलसिले में यादव, एक अन्य आईएएस अधिकारी और सात अधिकारियों की जांच के लिए एसीबी को अनुमति दी थी।उन्होंने अपनी प्राथमिकी में कहा, पिछले 2 दिनों में जिस तरह से ये घटनाएं सामने आई हैं, उनसे मैं सदमें में हूं। मैं अपने परिवार की सुरक्षा को लेकर बेहद चिंतित हूं।सेक्टर-50 थाना प्रभारी राकेश कुमार ने आईएएनएस को बताया, इस संबंध में मामला दर्ज कर लिया गया है और मामले की जांच की जा रही है।