गुरूग्राम: साध्वियों के यौन शोषण के आरोप पर डेरा सच्चा सौदा प्रमुख संत गुरमीत राम रहीम सिंह पर सीबीआई की विशेष अदालत द्वारा 25 अगस्त को सुनाए जाने वाले फैसले के दृष्टिगत गुरुग्राम जिला में कानून व्यवस्था बनाए रखना सुनिश्चित करने के लिए आज जिला प्रशासन तथा गुरुग्राम पुलिस की एक संयुक्त बैठक लघु सचिवालय में आयोजित हुई। इस बैठक में उपायुक्त विनय प्रताप सिंह ने कहा कि गुरुग्राम जिला में कानून व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए ड्यूटी मैजिस्ट्रेट लगाएं जाएंगे जो अपने-2 अधिकार क्षेत्र में शान्ति व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे। उपायुक्त ने अधिकारियों से कहा कि यदि जिला प्रशासन से किसी भी संगठन द्वारा धरना प्रदर्शन की अनुमति ली जाती है तो इसकी सूचना तुरंत उच्च अधिकारियों को अवश्य दें। उन्होंने कहा कि गुरुग्राम जिला में शान्ति व्यवस्था भंग करने की अनुमति किसी को नही है और ऐसा करने वालों को किसी हाल में बख्शा नही जाएगा।
बैठक को संबोधित करते हुए पुलिस उपायुक्त सिमरजीत सिंह ने पुलिस मुख्यालय से मिले दिशा-निर्देशों को पुलिस अधिकारियों के साथ सांझा किया और उन्हें गुरुग्राम में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि गुरुग्राम एक आइकन सिटी है जहां की गतिविधियों पर अन्य जिलों की अपेक्षा लोगों की नज़र अधिक रहती है। उन्होंने पुलिस अधिकारियों से कहा कि वे अपने सूचना तंत्र सक्रिय कर लें और किसी प्रकार की असामाजिक गतिविधि होने पर तुरंत इसकी सूचना वरिष्ठ अधिकारियों को दें। इसके साथ ही उन्होंने पुलिस अधिकारियों से कहा कि वे अपने सूचना उपकरणों जैसे वाकी-टॉकी आदि को सुनिश्चित करें कि वे चालू हालत में हैं। उन्होंने कहा कि शान्ति व्यवस्था बनाए रखने के लिए अधिकारी आपस में तालमेल के साथ काम करें। जमीनी स्तर पर जाकर असामाजिक तत्त्वों पर निगरानी रखें और समय-समय पर स्थिति की समीक्षा करते रहें।
श्री सिंह ने कहा कि फायर ब्रिगेड की गाडिय़ों, तहसील कार्यालय, खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी कार्यालय तथा अन्य सरकारी इमारतों पर विशेष रूप से सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए जाएंगे। उन्होंनेपुलिस अधिकारी को सतर्क रहने तथा चौकन्ने होकर काम करने के निर्देश दिए। उन्होंने एसडीएम व एसीपी से कहा कि वे अपने स्तर पर शान्ति समितियों की बैठक बुलाकर उनके साथ तालमेल बनाए रखें। उन्होंने पुलिस अधिकारियों से कहा कि रात के समय पुलिस स्टेशनों पर कम से कम एक तिहाई स्टॉफ की उपस्थिति सुनिश्चित की जाए और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पुख्ता इंतजाम करवाएं। उन्होंने कहा कि मुख्यालय से मिले निर्देशानुसार कोई भी पुलिसकर्मी अपना स्टेशन नही छोड़ेगा और स्थानीय अवकाश पर भी नही जाएगा।
– शशि सैनी, सतबीर अरोड़ा