पलवल: तेज स्पीड बस ड्राईवर से अनियंत्रित होकर सड़क किनारे पेडो से टकराने से बस में बैठे करीब 20 छात्र घायल हो गए। हथीन सामुदायिक अस्पताल में डाक्टर और इमरजेंसी सुविधा नहीं होने के कारण 8 घायलों को पलवल सिविल अस्पताल लाया गया जबकि अन्य को प्राईवेट डाक्टरों के पास ले जाया गया। सोमवार को सुबह अलग-अलग गांवों से विद्यार्थियों को लेकर मोडिस सीनियर सकेंड्री स्कूल आ रही तेज स्पीड बस ड्राईवर से अनियंत्रित होकर सड़क किनारे पेडों जा टकराई। टक्कर से बस में बैठे 40 छात्रों मे से करीब 20 छात्र घायल हो गए।
हथीन सामुदायिक अस्पताल में डाक्टर और इमरजेंसी सुविधा नहीं होने के कारण 8 घायलों को पलवल सिविल अस्पताल लाया गया जबकि अन्य को प्राईवेट डाक्टरों के पास ले जाया गया। घायलों के साथ आए इसाखान ने बताया कि एक्सीडेंट के दौरान ही वे मौके पर पहुंच गए और घायलों को गाडी में बैठाकर तुरंत सिविल अस्पताल पलवल लेकर आए। घायलों में प्रथम क्लास का फरहान, दसवीं की रिजवान, 11 वी क्लास का रिजवान, 10 वीं क्लास का अल्ताफ, कंडक्टर भागीरथ आदि शामिल हैं। सवेरे पौने 9 बजे के लगभग घायलों को सिविल अस्पताल लाया गया।
सिविल अस्पताल के एसएमओ डाक्टर बीर सिंह सहरावत के नेतृत्व में डाक्टरों की टीम ने घायल छाक्षों का प्राथमिक उपचार किया। प्राथमिक उपचार के बाद बस कंडक्टर भागीरथ व छात्र रिजवान और अल्ताफ को फरीदाबाद के लिए रेफर कर दिया। घायल फरहान, रिजवान, सद्दाम, नजाकत आदि को अस्पताल में भर्ती किया गया। सभी घायल छात्र खतरे से बाहर हैं और उन्हें एक-दो दिन बाद ही छुट्टी दे दी जाएगी।
क्या कहते हैं एसडीएम
घायलों को देखने सिविल अस्पताल आए एसडीएम एसके चहल ने बताया कि बस के सभी डाक्यूमेंट की जांच की जाएगी। ड्राईवर लाईसेंस, सीसीटीवी कैमरा, अटेंडेंट आदि की भी जांच की जाएगी। जांच के दौरान यदि बस निर्धारित मापदंडों के अनुरूप नहीं पाई गई तो कानूनी कार्रवाही की जाएगी। बस के डाक्यूमेंट और एक्सीडेंट के कारणों की जांच के आदेश जारी कर दिए गए हैं। सभी घायल खतरे से बाहर हैं।
क्या कहते हैं एसएमओ
सिविल अस्पताल के एसएमओ डा. बीर सिंह सहरावत ने बताया कि 6 छात्रों सहित 8 लोगों को घायल अवस्था में उपचार के लिए सिविल अस्पताल लाया गया। अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद बस कंडक्टर भागीरथ, छात्र रिजवान और अल्ताफ को रेफर कर दिया है, फरहान, सद्दाम, नजाकत, रिजवान आदि को अस्पताल में भर्ती किया है। अस्पताल में भर्ती सभी घायल खतरे से बाहर हैं।
– भगत सिह