दरअसल, सादी वर्दी में मौजूद पुलिसकर्मियों ने जब मोनू मानेसर को हिरासत में लेकर चले जाने के बाद हिंदू संगठनों को लगा की उसका अपहरण हो गया है। ऐसे में वह एकत्र होकर मानेसर थाने में पहुंचे और वहां पर मोनू मानेसर के बारे में जानकारी हासिल की,कहीं पुलिस तो नहीं लेकर गई।