चंडीगढ़ : सीबीआई द्वारा हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के विरूद्ध मानेसर जमीन घोटाले में चार्जशीट फाइल किए जाने के बाद कांग्रेस के समीकरण बदलने शुरू हो गए हैं। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने रविवार को अपने दिल्ली आवास पर समर्थकों की बैठक बुला ली है। इस बैठक में पार्टी के सांसदों-विधायकों के अलावा पूर्व सांसदों, पूर्व विधायकों के अलावा वरिष्ठ नेताओं को बुलाया गया है। हालांकि होने वाली बैठक को लेकर सार्वजनिक किए गए एजेंडे में कहा गया है कि इसमें होडल से शुरू की जाने वाली रथयात्रा की तारीख का ऐलान करना है लेकिन इस बैठक में हुड्डा द्वारा सीबीआई चार्जशीट फाइल होने की बाद की रणनीति भी बनाई जाएगी जिसे हुड्डा समर्थित विधायकों द्वारा अमली रूप दिया जाएगा।
हुड्डा ने शनिवार को दिल्ली में ही होने वाली प्रदेशभर के व्यापारी संगठनों व नेताओं की बैठक को स्थगित करके 10 फरवरी के लिए तय किया है। जिसमें 18 फरवरी को पानीपत में होने वाली व्यापारी पंचायत की रूपरेखा तैयार की जाएगी। इससे पूर्व हुड्डा किसान-मजदूर, पिछड़ा वर्ग, दलित तथा व्यापारी पंचायतों का आयोजन कर चुके हैं। हुड्डा के करीबी पूर्व विधायक धर्म ङ्क्षसह छोक्कर ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री की रथयात्रा को लेकर राज्यभर के वर्करों के अलावा आम लोगों में भी जोश है। किसान-मजदूर व व्यापारी ही नहीं राज्य का युवावर्ग भी रथयात्रा में अहम भूमिका निभाने वाला है। उन्होंने कहा कि इस बैठक में रथयात्रा के बारे में पार्टी विधायकों व वरिष्ठ नेताओं से विचार-विमर्श किया जाएगा। रथयात्रा के आयोजन, प्रबंधन आदि को लेकर पार्टी नेताओं की जिम्मेदारियां भी तय होंगी।
कांग्रेस में चल रहे अंदरुनी कलह, गुटबाजी व खींचतान के बीच हुड्डा की इस रथयात्रा पर कांग्रेस ही नहीं दूसरे दलों के नेताओं की भी नजरें लगी हैं। पार्टी प्रदेशाध्यक्ष डॉ.अशोक तंवर पहले ही साइकिल यात्रा शुरू कर चुके हैं। वहीं भाजपा अध्यक्ष अमित शाह पंद्रह फरवरी को जींद आ रहे हैं। शाह के आगमन पर सत्तारूढ़ भाजपा ने भी राज्यव्यापी मोटरसाइकिल यात्रा निकालने का फैसला लिया है। खुद हुड्डा पहले ही घोषणा कर चुके हैं कि यह रथयात्रा सत्ता परिवर्तन के लिए होगी। होडल से शुरू होने वाली यह रथयात्रा राज्य के सभी नब्बे हलकों में जाएगी और गांव-गांव जाकर सरकार के खिलाफ माहौल तैयार किया जाएगा। हुड्डा के अनुसार, प्रदेश के लोगों में मौजूदा सरकार के प्रति कोई मोह नहीं है।
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(राजेश जैन)