कोरोना की तीसरी लहर के मद्देनजर हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने राज्य में कोरोना टीकाकरण की धीमी रफ्तार और वैक्सीन किल्लत पर चिंता जताई है। हुड्डा ने आज अपने बयान में कहा कि राज्य में आए दिन विभिन्न जिलों से कोरोना वैक्सीन के खत्म होने की खबरें आती हैं। कई जगह टीकाकरण केन्द्रों पर पुलिस बुलाने तक की नौबत आ रही है। बड़ी संख्या में टीकाकरण कराने पहुंच रहे लोगों को पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन न होने से मायूस होकर लौटना पड़ रहा है।
उन्होंने दावा किया कि राज्य की मौजूदा सरकार ने गत सात वर्षों में एक भी नये सरकारी अस्पताल और मेडिकल कॉलेज का निर्माण नहीं किया और न ही अस्पतालों में किल्लत के बावजूद डॉक्टरों और अन्य स्टॉफ की भर्ती की जा रही है। उन्होंने कहा कि कोरोना की पहली और दूसरी लहर देश और राज्य को काफी नुकसान पहुंचा चुकी हैं। इसलिए तीसरी लहर को निष्प्रभावी करने के लिए पहले से ही पुख्ता तैयारी करना जरूरी है। लोगों को कोरोना से बचाने का सबसे सुरक्षित कवच टीकाकरण है तथा ऐसे में जल्द राज्य की जनता को वैक्सीन की दोनों डोत्र लगा कर ही कोरोना के सम्भावित नुकसान से बचा जा सकता है।
विपक्ष के नेता ने दावा किया कि उनकी सरकार के समय राज्य में स्वास्थ्य सुविधाओं को बढ़ने की दिशा में विशेष जोर दिया गया था। राज्य में एक सरकारी स्वास्थ्य विश्वविद्यालय और चार सरकारी मेडिकल कॉलेज करनाल, फरीदाबाद, सोनीपत और मेवात के नूंह में स्थापित किये। झज्जर जिले के बाढसा गांव में एम्स-दो और राष्ट्रीय कैंसर संस्थान की स्थापना कराई। ने राज्य में कोरोना टीकाकरण की धीमी रफ्तार और वैक्सीन किल्लत पर चिंता जताई है।
हुड्डा ने आज अपने बयान में कहा कि राज्य में आए दिन विभिन्न जिलों से कोरोना वैक्सीन के खत्म होने की खबरें आती हैं। कई जगह टीकाकरण केन्द्रों पर पुलिस बुलाने तक की नौबत आ रही है। बड़ी संख्या में टीकाकरण कराने पहुंच रहे लोगों को पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन न होने से मायूस होकर लौटना पड़ रहा है। उन्होंने दावा किया कि राज्य की मौजूदा सरकार ने गत सात वर्षों में एक भी नये सरकारी अस्पताल और मेडिकल कॉलेज का निर्माण नहीं किया और न ही अस्पतालों में किल्लत के बावजूद डॉक्टरों और अन्य स्टॉफ की भर्ती की जा रही है।
उन्होंने कहा कि कोरोना की पहली और दूसरी लहर देश और राज्य को काफी नुकसान पहुंचा चुकी हैं। इसलिए तीसरी लहर को निष्प्रभावी करने के लिए पहले से ही पुख्ता तैयारी करना जरूरी है। लोगों को कोरोना से बचाने का सबसे सुरक्षित कवच टीकाकरण है तथा ऐसे में जल्द राज्य की जनता को वैक्सीन की दोनों डोत्र लगा कर ही कोरोना के सम्भावित नुकसान से बचा जा सकता है।
विपक्ष के नेता ने दावा किया कि उनकी सरकार के समय राज्य में स्वास्थ्य सुविधाओं को बढ़ने की दिशा में विशेष जोर दिया गया था। राज्य में एक सरकारी स्वास्थ्य विश्वविद्यालय और चार सरकारी मेडिकल कॉलेज करनाल, फरीदाबाद, सोनीपत और मेवात के नूंह में स्थापित किये। झज्जर जिले के बाढसा गांव में एम्स-दो और राष्ट्रीय कैंसर संस्थान की स्थापना कराई।