सिरसा : मुख्यमंत्री मनोहर लाल की जन आशीर्वाद यात्रा 18वें दिन सिरसा जिला में पहुंची। यात्रा जिला के लगभग 50 गांवों में पहुंची और मुख्यमंत्री ने सभी पांचों सिरसा, रानियां, ऐलनाबाद, कालांवाली व डबवाली विधानसभा क्षेत्रों के लोगों का आशीर्वाद लिया। जिला में यात्रा का समापन सुभाष चौक पर शुक्रवार देर रात हुआ। अब तक जन आशीर्वाद यात्रा ने 18 दिन में प्रदेश की 88 विधानसभा क्षेत्रों को कवर कर लिया। स्थानीय सुभाष चौक पर आयोजित समापन कार्यक्रम में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने विपक्षी पार्टियों विशेषकर कांग्रेस व ईनेलो पर जमकर प्रहार किए।
उन्होंने कहा कि मैं पहला ऐसा सीएम हूं जिसने अपने पांच साल के कार्यकाल में पूरे प्रदेश के पांच राउंड लगाए हैं और अभी आगामी विधानसभा चुनाव में प्रयास करूंगा कि एक राउंड और लगाउं। उन्होंने कहा मुझे लेकर तो कईयों का कहना था कि इन्हें अनुभव नहीं है, ये कैसे राज चलाएगा और चलेगा भी तो 6 महीने या इससे ज्यादा 2 साल तक। मैंने कहा कि आप लोगों जैसे तो नहीं चला सकूंगा, क्योंकि आप लोगों का सत्ता राज सुख भोग के लिए थी, लेकिन मेरे लिए त्याग व सेवा भाव से जनता की सेवा करना है।
उन्होंने लोगों को कांग्रेस व इनेलों के कार्यकाल में हुए भ्रष्टाचार रूपी खेल की सच्चाई से अवगत करवाया। यहां पहुंचने पर पार्टी के जिला पदाधिकारियों व नेताओं ने मुख्यमंत्री को गदा भेंट की, जिसे मुख्यमंत्री ने ऊपर हवा में घुमाकर लोगों का अभिवादन किया और साथ ही कांग्रेस व इनेलों के भ्रष्ट राज तंत्र की पोल भी खोली। सांसद सुनीता दुग्गल, नंदलाल गोयल व जिला प्रधान यतिंद्र सिंह एडवोकेट ने पुष्प भेंट कर जबकि मंत्री कर्ण देव कंबोज, डॉ. बनवारी लाल ने पगड़ी पहनाकर मुख्यमंत्री का स्वागत किया।
गत दिनों सिरसा में गुरू नानक देव जी के 550वें प्रकाशोत्सव के राज्य स्तरीय आयोजन के लिए सिख समाज ने मुख्यमंत्री को धन्यवाद स्वरूप सरोपा भेंट किया। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने शुक्रवार रात्रि को जिला में जन आशीवार्द यात्रा के समापन कार्यक्रम पर विपक्षियों पर पार्टियों पर जमकर प्रहार किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस-इनेलों की सरकारों में सत्ता राज का मतलब सुख भोगना था, जबकि हमारा ध्यय लोगों की सेवा करना है। उनकी सरकारों में भ्रष्टाचार के किस प्रकार के खेल खेले जाते थे, सभी को पता है ज्यादा बताने की जरूरत नहीं है।
अपनो को फायदा पहुंचाने के लिए फाईलें पहले सीएम हाऊस पहुंचाई जाती थी और पोलिसी भी इस प्रकार की बनाई जाती थी जिससे केवल और केवल अपने सगे संबंधियों व नजदीकियों को ही फायदा पहुंचे। हमने आते ही इसको बदला और कहा कि पोलिसी ऐसी हो जिसमें सभी को समान अवसर मिले।उन्होंने कहा कि पूर्व की सरकारों में सरकारी नौकरियों में भ्रष्टाचार का पूरा बोलबाला था। अधिकारियों की बनाई लिस्ट को रातों रात बदल दिया जाता था। नौकरियों में भ्रष्टाचार के मामले में ही बाप-बेटा (पूर्व मुख्यमंत्री औमप्रकाश चौटाला व अजय सिंह चौटाला) 10 साल की सजा भुगत रहे हैं।
हमने आते ही नौकरियों में चल रहे इस खेल को बंद किया और योग्यता के आधार पर युवाओं को सरकारी नौकरियों में आने का अवसर दिया। इसी प्रकार पूर्व की सरकारों में सरकारी कर्मचारियों की एचसीएस भर्ती में भी ऐसा ही खेल चलता था। लिस्टें बनाई जाती थी और सीएम जिस पर टिक करता था उसी को एचसीएस बना दिया जाता था। लेकिन हमने इस व्यवस्था को भी बदला और कहा जो कर्मचारी योग्य होगा और मैरिट में आएगा वो ही एचसीएस बनेगा।