नूंह/ मेवात : प्रदेश के 32 सौ युवाओं को नौकरी देने के जुर्म में दस साल की सजा काटने पर भी केन्द्र की निक्कमी सरकार उन्हें रिहा नही कर रही है। लेकिन वो फिर भी कहते हैं कि आने वाले समय में प्रदेश के अन्दर कार्यकर्ताओं के सहयोग से एक बार फिर उनकी सरकार बनेगी ओर वो प्रदेश के सभी पढ़े-लिखे युवाओं को नोकरी देंगे चाहे उन्हें फांसी ही क्यों ना हो जाए। उक्त बातें प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला ने नूंह में कार्यक्रता सम्मेलन के दोरान कार्यक्रताओं को संबोधित करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि इनेलो देवीलाल के सपनो को पूरा करने में कोई कसर नही छोडेगी, मेवात से उन्हें विशेष लगाव रहा है और मेवात ने भी हमेशा उन्हें अपना परिवार समझ उनका मन बढ़ाया है। उन्होंने कार्यकर्ताओं को संगठन मजबूत करने का मूलमंत्र बताते हुए कहा कि पार्टी के सभी कार्यकर्ता मेहनत ओर लगन के साथ संगठन को मजबूत करने में जुट जाए।
जल्द ही देश व प्रदेश के अन्दर मध्यावति चुनाव होने जा रहे हैं और उन्हें विश्वास ही नही बल्कि पूरा भरोसा है कि प्रदेश में आने वाले समय में एक बार फिर उनकी सरकार बनेगी और प्रदेश के हर पढ़े-लिखे के युवा को नोकरी मिलेगी। चौधरी ओमप्रकाश चोटाला ने कहा कि स्वर्गीय देवीलाल जी हमेशा देश के किसानों, मजदूरों और कर्मचारियों के लिए संघर्ष करते रहे उसी के सपनों को पूरा करने के लिए वो स्वयं भी अपनी 85 वर्ष की उम्र में भी संघर्ष कर रहे हैं।
देवीलाल का सपना था कि देश के हर नागरिक को रोटी-क पड़ा और अपना मकान मिले, लेकिन इस सरकार ने देश के हर नागरिक से उनकी मूलभुत सुविधाओं को ही छिनने का काम कर उन्हें बैरोजगार करने का काम किया है। उन्होंने कहा कि जिन कार्यक्रताओं ने पार्टी के बेरे वक्त में भी पार्टी को आगे बढ़ाने का काम किया वो हताश और निराश ना हो प्रदेश में जल्द ही मध्यावति चुनाव होने जा रहे हैं और उनकी सरकार बनना लगभग तेय है।
इनेलो प्रदेेशाध्यक्ष नफे सिंह राठी ने कहा कि आज भाजपा की इस सरकार में किसान, कर्मचारी, व्यापारी व मजदूरों के साथ आम जन पूरी तरह परेशान है, लेकिन ये निक्कमी सरकार किसानों की कोई सुध लेने वाली नही है। आज किसानों को अपनी फसल के भी उचित दाम नही मिल पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब प्रदेश में सरकार थी, तब उन्होंने हरियाणा ही नही बल्कि अन्य राज्यों का गेंहू व बाजरा भी खरीदने का काम किया था। जिससे सरकार को 226 करोड़ रूपये का नुकसान हुआ था, लेकिन किसानों को लाभ हुआ था।