जींद : श्रम एवं रोजगार राज्य मंत्री अनूप धानक के दरबार में समस्याओं का समाधान करवाने के लिए आये हुए फरियादियों ने जहां कई विभागों के सिस्टम की जमकर पोल खोलने का काम किया, वहीं भाजपाइयों-जजपाइयों का गठबंधन के बाद भी पूरी तरह से मेल नहीं हो पाया है, इस पर कई बार संकेत निकलकर सामने आये। जिला कष्ट निवारण समिति की इस बैठक में 12 शिकायतें रखी गई।
इनमें 9 समस्याओं को सुनकर उनका समाधान करते हुए मौके पर ही फाइल को बंद कर दिया गया, वहीं पेचिदगी से भरी हुई तीन शिकायतों को कार्रवाई और समाधान के लिए छोड़ा गया। इस बैठक में जींद के विधायक कृष्ण लाल मिढ़ा, नरवाना विधायक रामनिवास सुरजाखेड़ा, जुलाना के विधायक अमरजीत ढाण्डा, जेजेपी जिला अध्यक्ष कृष्ण राठी, डीसी डॉ. आदित्य दहिया, प्रवर पुलिस अधीक्षक अश्विन शैणवी, सफीदों एसडीएम मंदीप कुमार, नरवाना के एसडीएम जयदीप कुमार, नगराधीश विजेन्द्र हुड्डा समेत परिवेदना समिति के सदस्य मौजूद थे।
बैठक में श्रम एवं रोजगार राज्य मंत्री अनूप धानक के अधिकारियों को लेकर तेवर भले ही ठंडे नजर आये, किंतु बगल में बैठे जींद से भाजपा विधायक डॉ. कृष्ण मिढ़ा ने तो कई विभागों को जमकर लपेटे में लिया। मिढ़ा ने कृषि विभाग के जिला आला अधिकारी को दो टूक शब्दों में कहा कि आपके कार्यालय का सिस्टम बुरी तरह से हिला हुआ हैं। किसान समस्याओं को लेकर परेशान रहते हैं। उनको जब समाधान के लिए भेजते है तो वहां के कर्मचारियों का व्यवहार बड़ा रूखा होता हैं। इसके कारण किसान प्रधानमंत्री समान निधि योजना से महरूम चल रहे हैं।
इस पर मंत्री अनूप धानक ने कहा कि अधिकारी, नेताओं का मान-सम्मान करें, क्योंकि वे समस्याओं के समाधान के लिए ही पैरवी करते हैं। वहीं शिकायत नंबर-2 में जींद विधायक डॉ. कृष्ण मिढ़ा ने पुलिस अधिकारियों को भी लपेटे में लिया। मिढ़ा ने कई बार जब शिकायतों में गंभीरता दिखाई तो मंत्री ने उन्हें बीच में ही रूको आप, रूको आप कहकर कई बार रोकने का काम किया। उससे साफ नजर आ रहा था कि जजपा और भाजपाई नेताओं में सत्ता का गठजोड़ होने के बाद भी वो जुड़ाव नहीं हो पाया है।