पलवल: कांग्रेसी विधायक और पूर्व मंत्री करण सिंह दलाल और उसके परिजनों के आवास पर आयकर विभाग की टीम ने छापा मारा। करीब 30 से अधिक गाडियों में आई आयकर विभाग के अधिकारियों की टीम ने एमएलए दलाल और उनके परिजनों के 7 ठिकानों पर एक साथ छापे मारे। छापे के दौरान एक मकान, आढत, बैंक एकाउंट व लाकर्स आदि को सील कर दिया गया जबकि अन्य पर छापेमारी जारी है। बताया गया कि आयकर विभाग की टीम ने एक साथ 17 ठिकानों पर छापे मारे। जिला के गांव मिंडकौला स्थित हरजीत नामक युवक के आवास पर भी छापा मारा गया। छापे मारे जाने के दौरान सभी आवासों में पुलिस तैनात कर दी गई।
पुलिस ने घर के अंदर वालों को बाहर और बाहर वालों को अंदर नहीं जाने दिया। छापे के दौरान एमएलए करण सिंह दलाल अपने आवास पर मौजूद रहे। छापे मारी के दौरान परिजनों के सभी मोबाइल व लेंड लाइन फोन कब्जे में ले लिए। घर के अंदर रखा सभी सामान और एक-एक कागजात की जांच की गई। छापे की बडी कार्रवाही के चलते एमएलए दलाल और उनके परिजनों के सभी बैंक एकाउंट सील कर दिए गए और लाकर्स खंगाले गए। आयकर अधिकारियों से एक्सिस बैंक में एकाउंट जांच के दौरान सभी कंज्यूमर को बाहर निकाल दिया। बैंक में कितने लाकर्स मिले और एकाउंट में कितनी राशि मिली बार-बार पूछने पर भी ब्यौरा नहीं दिया गया।
एमएलए दलाल के निकट परिजनों की तरफ से संचालित केपिटल बस सर्विस का भी रेकार्ड खंगाला गया। केपिटल बस सर्विस के ऑफिस पर छापा मारकर रेकार्ड कब्जे में लिया। अनाज मंडी में आढत (दुकान) का रेकार्ड कब्जे में लिया और मुनीम से पूछताछ की। को-आपरेटिव बैंक के चेयरमैन रहे और एमएलए दलाल के भाई प्रेमचन्द दलाल के आवास और होटल पर भी छापे मारे गए। दुकान और मकानों पर छापे मारने के दौरान सुरक्षा के लिहाज लोकल पुलिस को भी तैनात किया गया। न्यू कालोनी स्थित एमएलए करण सिंह दलाल के आवास नजदीक उनके भतीजे नरबीर सिंह दलाल व राजीव दलाल के आवास पर छापे मारे गए।
छापे के दौरान एक कोठी के सील कर ताला लगा दिया। छापे के दौरान पुलिस ने रास्ते भी सील किए। एमएलए दलाल के गांव किठवाडी में भी रेड मारी गई। रेड के दौरान गांव किठवाडी में उनके बडे भाई रूपचंद दलाल मौके पर रहे। गांव किठवाडी रेड की कार्रवाही दोपहर तक समाप्त होने के बाद रूपचंद दलाल भी अपने भाई एमएलए करण सिंह दलाल के आवास पर आए लेकिन पुलिस ने उन्हें अंदर नहीं जाने दिया। अनाज मंडी में दलाल ट्रेडर्स नामक दुकान पर छापे की कार्रवाही सबसे कम समय तक चली। करीब 3 घंटे के अंदर आढ़त की जांच कर उसे सील कर अधिकारी दुकान के आगे कुर्सी डालकर बैठ गए। इसी प्रकार जयदेव दलाल की कोठी पर करीब 3 घंटे चली कार्रवाही के बाद सील कर दिया गया।
– भगत सिंह, देशपाल