चंडीगढ़ : प्याज को लेकर बड़े स्तर पर मंथन शुरू हो गया है। अब हरियाणा में प्याज का रकबा बढ़ाया जाएगा। सीएम मनोहर लाल ने आला अधिकारियों को दो टूक कह दिया है कि प्रदेश में हर हाल में प्याज का रकबा बढ़ाया जाए। संबंधित विभाग इसके लिए योजना बनाएं और विश्वविद्यालयों की अधिक से अधिक एरिया में प्याज उगाया जाए।
सीेएम ने कहा कि चाहे रबी हो या खरीफ प्रदेश में प्याज का रकबा बढ़ना चाहिए। हरियाणा में फिलहाल रबी-खरीफ दोनों सीजन में करीब 32 हजार हेक्टेयर में प्याज उगाया जाता है। इसे 50 हजार हेक्टेयर से अधिक करने की योजना बनाई जा रही है। कृषि विभाग, बागवानी विभाग, बागवानी विश्वविद्यालय व कृषि विश्वविद्यालय जल्द से जल्द योजना बनाकर सरकार को सौंपेंगे।
सीएम ने एमएचयू में पहुंच बनाई योजना
सीएम मनोहर लाल ने करनाल के अंजनथली स्थित महाराणा प्रताप बागवानी विश्वविद्यालय में पहुंचकर प्याज का उत्पादन बढ़ाने की रणनीति बनाई। उन्होंने एमएचयू के वाइस चांसलर डॉ. समर सिंह के साथ करीब डेढ़ घंटा तक मंथन किया। सीएम ने कहा कि किसानों को भी इसके लिए जागरूक किया जाए।
विश्वविद्यालय की जमीन पर भी प्याज अधिक मात्रा में उगाया जा सकता है। यही नहीं कृषि विभाग, बागवानी विभाग, एमएचयू और एचएयू हिसार इसके लिए संयुक्त बैठक कर मंथन करें। नई रणनीति तैयार कर प्याज का एरिया बढ़ाने का प्लान तैयार किया जाए। जल्द ही सीएम संबंधित विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे।
एमएचयू में उगाएंगे 100 एकड़ में प्याज
महाराणा प्रताप बागवानी विवि अंजनथली के वीसी डॉ. समर सिंह ने बताया कि सीएम ने प्याज का रकबा बढ़ाने के आदेश दिए हैं। विवि में इसी रबी सीजन में 100 एकड़ में प्याज उगाया जाएगा। फार्म के अलावा जींद, झज्जर के फार्म में भी प्याज उगाया जाएगा। निजी नर्सरी से प्याज की पौध खरीदी जाएगी।
खरीफ में होगा 20 हजार हेक्टेयर प्याज रकबा
बागवानी विभाग के डीजी डॉ. अर्जुन सैनी के अनुसार बागवानी विश्वविद्यालय में पौध तैयार की जाएगी, जबकि अगले सीजन से खरीफ में 12 की बजाए 20 हजार हेक्टेयर में प्याज उगाने की योजना है। यही नहीं रबी व खरीफ का एरिया बढ़ाकर 50 हजार हेक्टेयर तक ले जाने के लिए किसानों को भी जागरूक किया जाएगा।