यमुनागर : हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक आर्थिक क्रान्ति के इस युग में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के डिजीटल इण्डिया के कैशलेश लेनदेन को आगे बढ़ाने में कारगर सिद्ध होगा और हरियाणा के 20 मुख्य डाकघरों व 80 उप-डाकघरों में इण्डिया पोस्ट पेमेंट बैंक की शुरूआत के साथ ही प्रदेश में भी बैकिंग क्षेत्र में इस टैक्नोलॉजी के उपयोग से एक नये युग का उदय होगा। प्रधानमंत्री की डिजीटल बैंक की नई सोच के यह एक बड़े युग का परिवर्तन है। मुख्यमंत्री प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम से देश के 650 डाकघरों 2500 से अधिक उप-डाकघरों में एक साथ आरंभ किए गए इण्डिया पोस्ट पेमेंट बैंक के शुभारंभ अवसर पर यमुनानगर के मुख्य डाकघर में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यातिथि के रूप में बोल रहे थे।
PM मोदी ने “इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक” का किया शुभारंभ, देशभर में होंगी 650 शाखाएँ
उन्होंने कहा कि पूरे देश में 6 लाख गांव है और लगभग 50 हजार बैकिंग शाखाएं आज से ढ़ाई लाख डाकघर बैंकिंग सेवा से जुड़ जाएंगे। उन्होंने कहा कि केशलेश के लेनदेन से अब कोई टैक्स चोरी व आर्थिक लेनदेन को छुपा नहीं सकेगा और इससे राजस्व बढ़ेगा और राजस्व विकास कार्यों पर खर्च होकर सीधा गरीब जनता को लाभ होगा। उन्होंने कहा कि इससे पहले भी प्रधानमंत्री ने नोटबन्दी व जीएसटी जैसे क्रान्तिकारी फैसले लिए है और आज देश का सकल घरेलू उत्पाद 8.2 प्रतिशत पहुंच गया है जो देश की सुदृढ़ हो रही अर्थव्यवस्था का प्रतीक है।
उन्होंने कहा कि इससे पारदर्शिता तो आएगी और छोटा दुकानदार, गरीब आदमी, सामाजिक सुरक्षा पेंशन के लाभपात्र व मनरेगा की मजदूरी, स्वरोजगार के लिए ऋण, बीमा जैसी सुविधाएं भी इण्डिया पोस्ट पेमेंट के माध्यम से मिलेगी। मुख्यमंत्री ने इण्डिया पोस्ट पेमेंट बैंक के मुख्य वाक्य आपका बैंक आपके घर की सराहना करते हुए कहा कि निश्चत रूप से डाकघर तीन गुणा से अधिक बैकिंग क्षेत्र की सेवाएं दूर-दराज के क्षेत्र तक पहुंचाएगा। उन्होंने कहा कि लोग पहले कहते थे कि डाकिया डाक लाया, लेकिन अब कहेंगे की डाकिया बैंक लाया। उन्होंने कहा कि सूचना प्रौद्योगिकी के अधिक से अधिक प्रयोग से वर्तमान सरकार ने पिछले चार वर्षों में 1.5 लाख से अधिक सामाजिक सुरक्षा पैंशनों के अपात्र व्यक्तियों को पकड़ा है और उनकी पेंशनें बन्द की हैं और लगभग 5.5 लाख नये पात्र व्यक्ति भी जोड़े हैं।
– संदीप शर्मा