फरीदाबाद : राजकीय महाविद्यालय के एसोसिएट प्रोफेसर, जूनियर लैब अटेंडेंट व एक चतुर्थ श्रेणी कर्मी पर छात्रा को पास कराने के बदले शारीरिक संबंध बनाने का दबाव डालने के मामले में शुक्रवार को हरियाणा राज्य महिला आयोग की सदस्य रेनू भाटिया कॉलेज पहुंचीं। उन्होंने कॉलेज में यौन उत्पीड़न रोकने के लिए बनी आंतरिक शिकायत समिति के सदस्यों से करीब एक घंटे तक पूछताछ की। यह जानने का प्रयास किया कि शिकायत के बाद कॉलेज की तरफ से तो कोई चूक नहीं हुई। समिति ने बताया कि छात्रा ने 28 अप्रैल को शिकायत दी थी, जिसके बाद आरोपितों व छात्रा से पूछताछ की गई।
15 मई को मामले को रिपोर्ट तैयार कर उच्चतर शिक्षा विभाग को सौंपी गई। रेनू भाटिया समिति के जवाब से संतुष्ट दिखाई दीं। इसके बाद उन्होंने शिकायतकर्ता छात्रा से भी बातचीत की। इसकी रिपोर्ट तैयार कर वे आयोग की चेयरमैन को सौंपेंगी। रेनू भाटिया के अनुसार उनकी जांच में पता चला है कि आरोपित काफी समय से छात्रा पर दबाव डाल रहे थे, जिसके चलते वह मानसिक रूप से प्रताड़ित हो रही थी। आयोग की सदस्य रेनू भाटिया ने कहा कि ऐसा सुनने में आया है कुछ अन्य छात्राओं पर भी इसी तरह का दबाव डाला गया था, अगर ऐसा कुछ है तो संबंधित छात्राएं भी शिकायत कर सकती हैं।
इस मामले में बृहस्पतिवार रात एसोसिएट प्रोफेसर सीएस वशिष्ठ, जूनियर लैब असिस्टेंट जगदेव और चतुर्थ श्रेणी कर्मी विक्रम के खिलाफ मुकदमा दर्ज होने के बाद पुलिस भी सक्रिय दिखी। सब इंस्पेक्टर माया कुमारी को जांच अधिकारी बनाया गया है। उन्होंने शिकायतकर्ता छात्रा के बयान दर्ज किए। छात्रा ने पुलिस को लैब अटेंडेंट जगदेव की वीडियो और कॉल रिकॉर्डिंग पुलिस को सौंपी है। इनमें वह छात्रा पर शारीरिक संबंध बनाने का दबाव डालते सुनाई दे रहा है।
पुलिस अब मजिस्ट्रेट के सामने छात्रा का बयान कराएगी। जांच अधिकारी माया कुमारी का कहना है कि शुरुआती जांच में लैब अटेंडेंट जगदेव के खिलाफ सबूत आए हैं। ऐसे में उसे तुरंत गिरफ्तार किया जाएगा। वहीं बाकी दो आरोपितों एसोसिएट प्रोफेसर सी एस वशिष्ठ और चतुर्थ श्रेणी कर्मी विक्रम के खिलाफ सबूत जुटाकर ही गिरफ्तार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अगर कोई अन्य छात्रा पर भी आरोपितों ने कोई दबाव डाला है तो वे भी बेहिचक शिकायत कर सकती हैं।
– राकेश देव