इनेलो नेता चौधरी अभय सिंह चौटाला ने कहा कि 26 नवम्बर को भारतीय संविधान की 70वीं वर्षगांठ पर मैं प्रदेश व देश के तमाम नागरिकों को बधाई देता हूं क्योंकि भारत का संविधान 26 नवम्बर, 1949 को पारित हुआ और 26 जनवरी, 1950 से प्रभावी हुआ। हरियाणा में 70वीं वर्षगांठ को हरियाणा विधानसभा का विशेष सत्र बुलाकर सहर्ष मनाया गया है परंतु किसी कारणवश मैं तो इस सत्र में शामिल नहीं हो सका।
मीडिया के मार्फत मैं इस शुभ अवसर पर देश व प्रदेशवासियों को शुभ कामनाएं देते हुए संविधान के निर्माता डॉ. भीमराव अम्बेडकर को भी नमन करता हूं। हमारे संविधान की विशेषताएं हैं कि भारत किसी भी विदेशी और आंतरिक शक्ति के नियंत्रण से पूर्णतया मुक्त राष्ट्र है और सामाजिक, आर्थिक समानता को सुनिश्चित करता है। जाति-रंग या धर्म आदि के आधार पर कोई भेदभाव किए बगैर सभी को समान दर्जा देता है।
इनेलो नेता ने बताया कि 1947 के बाद अनेक देशों ने स्वतंत्र होकर गणतंत्र स्थापित किया परंतु उनमें एकमात्र भारत ही अपने संविधान के कारण सबसे सफलतम प्रजातंत्र और गणतंत्र देश बन सका। संविधान के 42वें और 86वें संविधान संशोधन के द्वारा हर नागरिक के मौलिक अधिकार व मूल कर्तव्यों का भी विवरण है। संविधान अनेक संस्थाओं के पहियों के आधार पर चलता है परंतु आज डर है कि इनमें से कुछ पहियों को जंग लगता जा रहा है और वे चरमरा रहे हैं।
संविधान में अनेक प्रकार की स्वतंत्रताएं दी गई हैं जैसे प्रमुख स्वतंत्रताओं में बोलने, सोचने और धर्म आदि की स्वतंत्रता शामिल है। परंतु यह अधिकार सत्ताधारियों के निरंकुश होने के कारण खतरे में पड़ता जा रहा है। विरोध और प्रतिरोध प्रजातंत्र का अभिन्न अंग है जिसका लम्बे समय तक सत्ताधारियों ने निरंतर प्रयोग किया है परंतु आज यह अधिकार खतरे में है। इनेलो नेता ने बताया कि सत्तापक्ष के कैबिनेट के एक मंत्री के बयान से आभास होता है कि केंद्र में बहुमत की सरकार आने के बाद संविधान बदलने के इरादे जोर पकड़ रहे हैं।