हरियाणा के पर्यटन मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने कहा है कि एक से 16 फरवरी 2020 तक फरीदाबाद जिले के सूरजकुंड में आयोजित किए जाने वाले अंतरराष्ट्रीय शिल्प मेला का राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद उद्घाटन करेंगे तथा इस समारोह की अध्यक्षता राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य करेंगे।
श्री गुर्जर ने कहा कि समारोह में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, हिमाचल के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के अलावा वह स्वयं तथा उत्र्बेकिस्तान दूतावास के राजदूत फरहाद आरजिएव भी उपस्थित रहेंगे। इस बार जहां मेला में भागीदार देश उज्बेकिस्तान होगा वहीं थीम-स्टेट के रूप में हिमाचल प्रदेश हिस्सा लेगा।
पर्यटन मंत्री ने बताया कि सूरजकुंड शिल्प मेला वर्ष 1987 में पहली बार देश की स्मृद्ध हस्तशिल्प, हथकरघा और सांस्कृतिक विरासत और विविधता को प्रदर्शित करने के लिए आयोजित किया गया था।
यह मेला, सूरजकुंड मेला प्राधिकरण और हरियाणा पर्यटन द्वारा केंद्रीय पर्यटन, कपड़, संस्कृति, विदेश मंत्रालय और हरियाणा सरकार के सहयोग से संयुक्त रूप से आयोजित किया जाता है। उन्होंने बताया कि यह शिल्प मेला देश के शिल्पकारों को अपनी कला एवं उत्पादों को व्यापक रूप से प्रदर्शित करने में मदद करता है।
उन्होंने बताया कि इस वर्ष सूरजकुंड मेला प्राधिकरण और ब्रिटिश काउंसिल के बीच एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए और पहली बार इंग्लैंड के कलाकार और शिल्पकार शिरकत करेंगे। इसके अलावा 30 से अधिक देश इस मेले का हिस्सा होंगे, जिसमें उज्बेकिस्तान,नेपाल, अफगानिस्तान, न्यूजीलैंड, उजबेकिस्तान, किर्गिस्तान, ट््यूनीशिया, जिम्बाब्वे, बुरूंडी, सेनेगल, जाम्बिया, कोमोरोस, तुर्की, मिह्म, सीरिया, दक्षिण अफ्रीका, ऑस्ट्रिया, नीदरलैंड, श्रीलंका, अर्जेंटीना, नाइजर, ताजिकिस्तान,बांग्लादेश, लेबनान, घाना, सेशेल्स, इथियोपिया, मोरक्को, फिलिस्तीन, भूटान, युगांडा, आर्मेनिया, मालदीव, सूडान, केन्या और लोकतांत्रिक गणराज्य कांगो भी शामिल है।
श्री कंवर पाल ने बताया कि थीम-स्टेट हिमाचल प्रदेश इस मेला में विभिन्न शिल्प और हस्तशिल्प के माध्यम से अपनी अनूठी संस्कृति और समृद्ध विरासत को प्रदर्शित करेगा। हिमाचल प्रदेश के सैकड़ कलाकार विभिन्न लोक कलाओं और नृत्यों का प्रदर्शन करेंगे। पारंपरिक नृत्यों और कला रूपों से लेकर व्यंजनों तक इस साल के मेले का मुख्य आकर्षण होंगे।