रेवाड़ी : जिले के गांव मोहनपुर से लापता नाबालिग की बरामदगी की मांग को लेकर बावल-84 के गांवों की महापंचायत जनस्वास्थ्य मंत्री डा. बनवारी लाल के निवास के समक्ष आयोजित की गई। महापंचायत में इस बार काली दीवाली मनाए जाने का निर्णय लिया गया। महापंचायत में पहुंचे जिला पुलिस अधीक्षक ने शिवानी को बरामद करने के लिए एक सप्ताह का समय भी मांगा। किसान नेता रामकिशन महलावत के नेतृत्व में आयोजित महापंचायत की अध्यक्षता चौ. माडाराम ने की। इस मौके पर महलावत ने कहा कि नाबालिग अब केवल मोहनपुर की नहीं, बल्कि बावल-84 की बेटी है। उसकी बरामदगी नहीं होने तक आंदोलन थमने वाला नहीं हैं। महापंचायत में जनस्वास्थ्य मंत्री डा. बनवारी लाल के नहीं पहुंचने पर खुलकर आवाज उठी।
जिला पुलिस अधीक्षक राहुल शर्मा भी महापंचायत में पहुंचे। उन्होंने संघर्ष समिति से छात्रा को बरामद करने के लिए एक सप्ताह का समय मांगा। पंचायत में जब यह कहा गया कि एक सप्ताह के बाद भी यदि छात्रा बरामद नहीं हुई तब क्या होगा तो एसपी इसका संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए। महापंचायत में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अशोक तंवर व पूर्व मंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव भी पहुंचे। तंवर ने कहा कि पीडि़त माता-पिता व क्षेत्र की आवाज को वे लोकसभा व विधानसभा में उठवाएंगे। मामले को सड़कों तक ले जाने से भी पीछे नहीं हटेंगे। कैप्टन अजय ने कहा कि यदि बेटियों के साथ ऐसा अत्याचार होगा तो कौन बेटियों को जन्म देगा। इस मामले में जरूर कोई षड्यंत्र है। इसलिए इसकी सीबीआई जांच करा कर दूध का दूध और पानी का पानी होना चाहिए।
श्वेत पत्र जारी कर स्थिति करे स्पष्ट : तंवर
धरने पर मौजूद कर्नल गणपतराम चौकन ने महापंचायत का फैसला सुनाते हुए कहा कि एसपी के द्वारा मांगी गई 7 दिनों की मोहलत के अंदर यदि छात्रा को बरामद नहीं किया गया तो धरनास्थल पर आमरण अनशन शुरू कर दिया जाएगा। इतना ही नहीं यदि बावल के विधायक व मंत्री के निवास के समक्ष दीपक जलाया गया तो उसे बुझा दिया जाएगा। महापंचायत में पहुंचे दिल्ली के विधायक आदेश यादव ने कहा कि वे महापंचायत की पूरी रिपोर्ट मुख्यमंत्री केजरीवाल को देंगे। उनकी पार्टी संघर्ष समिति के साथ है। इस अवसर पर पूर्व मंत्री शकुंतला भगवाडिय़ा, पूर्व मंत्री डा. एमएल रंगा, पूर्व विधायक डा. रामेश्वर दयाल, पूर्व मंत्री जसवंत सिंह, कांग्रेस नेता राव अर्जुन सिंह, रेखा दहिया, राजेश शर्मा, जिला बार एसोसिएशन के प्रधान रविंद्र यादव, चेतराम रेवाडिय़ा, बावल-84 के प्रधान सुमेर जेलदार, जिला प्रमुख मंजूबाला समेत अनेक ग्रामीण क्षेत्र के प्रतिनिधि एवं लोग मौजूद थे।
– शशि सैनी