गुरुग्राम : हरियाणा के वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु ने कहा कि हम उद्योग क्रान्ति में तो चूक गए थे लेकिन सर्विस सैक्टर में पीछे रह गए तो बड़ी चूक होगी। वे आज जाट कल्याण सभा के मिलन समारोह मेें बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजन समाज के लिए विचार करने और संकल्प लेने के अवसर होते हैं। समाज यह सोचे कि भविष्य में आने वाली पीढिय़ों को क्या दिशा दी जाए। कैप्टन अभिमन्यु ने इतिहास से बहुत सारे उदाहरण देकर जाट समाज को यह समझाने का प्रयास किया कि इस समाज के लोगों ने ना केवल खेतो में मेहनत करके प्रदेश और देश के अन्न भंडार भरे बल्कि सीमाओं की रक्षा करते हुए तथा देश के अंदर आंतकवादी घटनाओं में सबसे ज्यादा संख्या में शहादत देकर जाट समाज का गौरव बढ़ाया है।
यही नही, खेलों में भी साक्षी मलिक, विजेन्द्र सिंह आदि खिलाडिय़ो ने नए कीर्तिमान रचे तथा संस्कृति के क्षेत्र में मानुषी छिल्लर ने देश का नाम रोशन किया। उन्होंने कहा कि भारत के इतिहास में जाट समाज का अहम योगदान रहा है और इस समाज का वर्तमान भी गौरवशाली है। उन्होंने कहा कि 1857 की क्रान्ति हो या देश की आजादी से पहले या बाद में कोई भी युद्ध हुआ हो सभी में जाट समाज के लोगों ने रक्त बहाया। उन्होंने कहा कि पहले आर्थिक व्यवस्था कृषि पर आधारित थी और भूमि का मालिक खेत में अनाज उत्पन्न करके समाज के सभी वर्गों मे न्यायपूर्ण तरीके से वितरण करता था। उन्होनें कहा कि हमारे पूर्वजों ने सही ढंग से वितरण किया इसलिए समाज के सभी वर्ग एक साथ बंधे रहे।
कैप्टन अभिमन्यु ने कहा कि अब अर्थव्यवस्था कृषि पर आधारित नही रही है और देश की केवल 17.7 प्रतिशत आय कृषि से होती है जिस पर लगभग 57 प्रतिशत आबादी निर्भर है। उन्होंने कहा कि अब परिवर्तन हो गया है और उद्योग भी पीछे चले गए हैं, मैन्युफैक्चरिंग की बजाय सर्विस सैक्टर आगे आ गया है। उन्होंने कहा कि जाट समाज को सर्विस सैक्टर में आगे आना चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार को जो राजस्व प्राप्त होता है वह कर्मचारियों को वेतन और पेंशन देने पर खर्च हो जाता है तथा कर्मचारियों की संख्या कुल जनसंख्या का मात्र डेढ़ प्रतिशत है। बाकि 98.5 प्रतिशत लोगों को अपने रोजगार स्थापित करने होंगे। उन्होंने कहा कि आरक्षण से बहुत कम लोगों को ही लाभ मिलेगा और वे उस डेढ प्रतिशत जनसंख्या में ही होंगे। कैप्टन अभिमन्यु ने कहा कि उद्योग, व्यापार तथा सर्विस सैक्टर में जब तक नही जाओगे तब तक जाट समाज का कल्याण नही हो सकता ।
उन्होंने कहा कि हमें यदि अपनी ताकत मालूम है तो हमें हमारी कमजोरी का भी पता होना चाहिए। हमें आसानी से उकसाया जाता है और हम भड़क जाते हैं। कैप्टन अभिमन्यु ने कहा कि हमारी भविष्य की पीढिय़ों को शर्मनाक जीवन हम नही जीने देंगे और हम अपनी ऊर्जा को सार्थक दिशा में लगाएंगे। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि चौधरी चरण सिंह सन 1925 में टाइम्स ऑफ इंडिया में सब एडिटर रहे और राजा महेन्द्र प्रताप ने पीएचडी की थी। इसी प्रकार, डा. रामधन हुडा वो व्यक्ति थे जिन्होंने दुनिया में गेहुं का पहला हाईब्रिड बीज इजाद किया था। हमारे समाज के युवा ऐसे व्यक्तियों से प्रेरणा लें। साथ ही उन्होंने कहा कि हमारे समाज का एक-एक व्यक्ति इतिहास में शोध करने लायक है इसलिए अपने आप को जानो और अपने समाज को जानो। उन्होंने कहा कि हम सब खुद्दर लोग हैं।
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– सतबीर, अरोड़ा