चंडीगढ़ : हरियाणा में विपक्षी राजनीतिक दल इनेलो को अलविदा करने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। सोमवार को हथीन के विधायक केहर सिंह रावत भी इनेलो को अलविदा करते हुए भाजपा में शामिल हो गए। एक सप्ताह में यह दूसरा मौका है जब इनेलो विधायक ने पार्टी को अलविदा करते हुए भाजपा का दामन थामा है।
रावत के अलावा पैरालंपिक चैंपियन दीपा मलिक ने भी आज भाजपा में शामिल होने का ऐलान कर दिया। हथीन से इनेलो विधायक केहर सिंह रावत को लेकर भी पिछले कई दिनों से अटकलों का दौर चल रहा था। रावत की गिनती रणबीर सिंह गंगवा और फरीदाबाद एनआईटी के विधायक नगेंद्र भड़ाना के गुट में होती रही है।
हालही में हुए विधानसभा सत्र के दौरान भी कई मुद्दों पर अभय चौटाला व केहर सिंह रावत के बीच मतभेद उजागर हुए हैं। गंगवा के भाजपा में शामिल होने के बाद यह अटकलें लगाई जा रही थी कि इनेलो के दो अन्य विधायक भाजपा में शामिल होने की तैयारी में है। जिसके चलते आज केहर सिंह रावत ने पार्टी प्रभारी अनिल जैन और प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला की मौजूदगी में भाजपा में शामिल होने का ऐलान कर दिया।
केहर सिंह रावत 2014 में इनेलो की तरफ से विधायक चुने गए थे। इससे पिछला चुनाव भी केहर सिंह रावत ने इनेलो की टिकट पर लड़ा था लेकिन 18.91 फीसदी वोट लेकर तीसरे स्थान पर रहे थे। 2014 में केहर सिंह रावत ने बीजेपी के हर्ष कुमार को हराया था।
ओलंपियन दीपा मलिक ने थामा बीजेपी का दामन
इसी दौरान पैरा ओलंपियन दीपा मलिक भी बीजेपी में शामिल हुई। दीपा मलिक ने बताया कि पिछले 70 सालों में खिलाडिय़ों के लिए काम नहीं किया जितना मोदी सरकार ने पांच साल में किया है। उन्होने कहा कि मेरा परिवार सेना से जुड़ा परिवार रहा है और अब वह बीजेपी सरकार की नीतियों से प्रभावित होकर बीजेपी में शामिल हो रही हैं।
इस अवसर पर बोलते हुए केहर ङ्क्षसह रावत ने कहा कि वह प्रदेश व केंद्र सरकार की नीतियों से प्रभावित होकर ही भाजपा में शामिल हुए हैं। भाजपा में शामिल होने के लिए उनका किसी तरह का कोई समझौता नहीं हुआ है। इस अवसर पर भाजपा प्रभारी अनिल जैन ने केहर सिंह रावत का स्वागत करते हुए कहा कि भाजपा में उन्हें उचित मान-सम्मान दिया जाएगा।
भारतीय जनता पार्टी द्वारा बिना किसी भेदभाव के हरियाणा में करवाए गए विकास का परिणाम है कि आज विरोधी राजनीतिक दलों के नेता पार्टी में शामिल हो रहे हैं।
(राजेश जैन)