जींद: माता बनभौरी धाम के सरकारीकरण के विरोध में अब खापों के चौधरियों ने मैदान में आकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। चौधरियों ने मुख्यमंत्री की मोर्चाबंदी करते हुए ऐलान किया कि 15 दिसंबर को जींद की धरा पर आयोजित होने वाले विरोध प्रदर्शन में वे खुलकर मैदान में आकर सरकार को ललकारेंगे। अगर 15 की इस ललकार के बाद भाजपा सरकार नहीं चेती तो उसके भयंकर परिणाम सामने आएंगे। जींद की जाट धर्मशाला में आयोजित प्रैसवात्र्ता को संयुक्त रूप से संबोधित करते हुए कंडेला खाप के प्रधान एवं सर्वखाप के राष्ट्रीय संयोजक टेकराम कंडेला, सर्वजातीय सर्व खाप हरियाणा के प्रधान मेवासिंह छात्तर, भनवाला खाप के प्रवक्ता किताब सिंह भनवाला, गांव ईक्कस के सरपंच हरपाल ढुल, प्यारेलाल देशवाल ने कहा कि माता बनभौरी धाम का सरकारीकरण रंजिशन भाव से किया गया है।
सरकार का यह फरमान 36 बिरादरी की धार्मिक भावनाओं पर एक भारी कुठाराघात है। इस कुठाराघात से निपटने के लिए 15 दिसंबर को जींद के अंदर हजारों लोग सरकार के खिलाफ हुंकार भरेंगे। विरोध प्रदर्शन में प्रत्येक समाज के लोग शामिल होकर भाजपा सरकार को आईना दिखाएंगे। अगर इसके बाद भी सरकार ने मंदिर अधिग्रहण का निर्णय वापिस नहीं लिया तो भविष्य में इसके परिणाम भयंकर होंगे। भनवाला खाप के प्रवक्ता किताब सिंह भनवाला ने कहा कि कृषि, ऋषि और कर्मचारी वर्ग मिलकर सरकार के इस कुठाराघाती फैसले का विरोध करेगा। कृषि और ऋषि के मेल के बाद भाजपा सरकार का यह कुसाम्राज्य धराशायी हो जाएगा।
भाजपा सरकार विकास और लोगों के जनहित कार्यों की बजाय मंदिरों पर कब्जे करके केवल परेशानी खड़ी करने का काम कर रही है। भाजपा ने हरियाणा में जो भाई से भाई को लड़ाने का षड्यंत्र रचा है, उसके खिलाफ ऋषि और कृषि मिलकर ऐसी मुहिम छेड़ेंगे की, हरियाणा में भाजपाइयों का कोई नाम लेवा नहीं रहेगा। इस विरोध प्रदर्शन के बाद जरूरत पड़ी तो समस्त हरियाणा की खापें आंदोलन में कूद पड़ेगी। उन्होंने बताया कि विरोध प्रदर्शन जींद की पुरानी अनाज मंडी से शुरू होकर लघुसचिवालय तक पहुंचेगा।
जहां उपायुक्त के मार्फत देश के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, हरियाणा के राज्यपाल और मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा जाएगा। इस मौके पर मुकेश शाहपुर, संजय सरपंच, ब्राह्मण सभा के प्रधान भगवान दत्त, महासचिव ओमनारायण, विश्व हिन्दू परिषद के पूर्व जिला प्रधान फूलकुमार शास्त्री, बनारसी दास, उमेद सिंह रेढू, जिला पार्षद जितेंद्र चहल, कृष्ण चंद्र पिंडारा, राजेंद्र कैरीखेड़ी, जगदीश सरपंच, अनिल सरपंच, वेदपाल सिवाहा, जगमोहन, जोगेंद्र सिंह सहित अनेकों नेता मौजूद थे।
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– संजय शर्मा