चंडीगढ़ : वरिष्ठ कांग्रेस नेता एवं भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की कोर कमेटी के सदस्य रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि प्रदेश की वर्तमान खट्टर सरकार की लचर और नाकारा कार्यप्रणाली के कारण हरियाणा में विदेशी पूंजी निवेश बिल्कुल समाप्त हो गया है। मुख्यमंत्री खट्टर व उनके मंत्रियों ने एक के बाद एक अनेक विदेशी दौरे की फिजूलखर्ची करके प्रदेश की जनता के पैसे को तो पानी की तरह बहाया, लेकिन पिछले दो सालों से प्रदेश में एक भी नया विदेशी पूंजी निवेश नहीं हुआ।
हरियाणा स्टेट इंडस्ट्रियल एवं इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कारपोरेशन द्वारा आरटीआई के जवाब में दी गयी जानकारी का हवाला देते हुए हरियाणा के पूर्व उद्योग मंत्री रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि कांग्रेस सरकार के दूसरे कार्यकाल के पहले दो वर्षों में विदेशी निवेश 2009 से लेकर 2011 तक 1,086 करोड़ था, जो 2012 से लेकर 2014 में दोगुना से ज्यादा होकर 2,495 करोड़ जा पहुंचा था। वहीं हरियाणा की खट्टर सरकार के सत्ता संभालने के बाद 2015 से 2016 के बीच प्रदेश में सिर्फ 92 करोड़ ही निवेश आ पाया और 2016 से 2017 के बीच यह आंकड़ा घटकर 41 करोड़ पर आ गया।
2017 से 2019 के बीच तो हरियाणा प्रदेश में एक रूपये का भी विदेशी निवेश नहीं आया है, जो नाकारा, निकम्मी और पंगु खट्टर सरकार की पोल खोलता है। सुरजेवाला ने कहा कि खट्टर सरकार ने प्रदेश में विदेशी पूंजी निवेश को बढ़ावा देने के लिए अनेक योजनाएं लागू करने और हैपनिंग हरियाणा का खूब ढिंढोरा पीटा, तो दर्जनों बार विदेशी दौरे करके प्रदेश की जनता की खून पसीने की कमाई को सैर सपाटे में उड़ाया गया।
लेकिन अब आरटीआई के जवाब से मुख्यमंत्री, मंत्रियों और अफसरों के भारी भरकम प्रतिनिधिमंडलों के सरकारी विदेशी दौरों और हैपनिंग हरियाणा के नाम पर करोड़ों रुपए फूंकने से प्रदेश को कोई फायदा न होने की पोल खुल गयी है। कांग्रेस की सरकार ने प्रदेश को विकास और निवेश में नंबर एक बनाया था लेकिन अब भाजपा सरकार ने अपने सवा चार वर्ष के काले कार्यकाल में प्रदेश को विकास में शून्य बना दिया है, जिससे प्रदेश की युवा पीढ़ी को बेरोजगारी की चोट लगी है।
सुरजेवाला ने कहा कि निवेश के लिए प्रदेश में शांति, सद्भाव और अच्छी कानून व्यवस्था की जरूरत होती है, जिसे बनाये रखने में खट्टर सरकार बिलकुल असफल रही है।
(आहूजा)