गांधीनगर/चंडीगढ : हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने गुजरात के गांधीनगर में वाईब्रेंट गुजरात वैश्चिक सम्मेलन-2019 में उद्यमियों से अपील की कि वे हरियाणा प्रदेश में उद्योग लगाने के लिए खुले मन से आएं उन्हें प्रदेश सरकार की ओर से हर तरह से अनुकूल माहौल दिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर एचएसइपी की मोबाईल एप को भी लांच किया। हरियाणा सरकार की ओर से चंडीगढ़ में जारी बयान में बताया गया कि श्री खट्टर ने कहा कि हरियाणा प्रांत राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र का 57 प्रतिशत भाग कवर करता है और प्रदेश के 13 जिले राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में आते हैं।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2016 में आयोजित कार्यक्रम में 5 लाख 84 हजार करोड़ के एमओयू पर हस्ताक्षर हुए थे। जिनमें से करीब 3 लाख करोड़ के एमओयू पर जमीनी स्तर पर काम चल रहा है या ये पाईपलाईन में हैं। इससे पूर्व कल शाम श्री खट्टर ने अहमदाबाद में हरियाणा मैत्री संघ की तरफ से आयोजित एक कार्यक्रम में शिरकत की और कहा कि हरियाणा प्रदेश के लोगों ने जिस तरह से अपनी मेहनत के बल पर दूसरे प्रदेशों में आकर अपनी लग्न व ईमानदारी से यहां पर उद्योग, व्यापार जगत में अपने आप को स्थापित किया है, इससे प्रदेश की साख बढ़ती है और दूसरे लोगों को भी बल मिलता है।
खट्टर ने अमेरिका के प्रांत केनटुकी के गर्वनर मैटबेविन की अध्यक्षता में 25 सदस्यीय विभिन्न कंपनियों के प्रतिनिधियों के एक समूह से मुलाकात की और हरियाणा में नए व्यवसाय स्थापित करने व अन्य क्षेत्रों में पूजी निवेश को आकर्षित करने को लेकर विचार विर्मश हुआ। इस दौरान हिसार में ऐविएशन हब, केएमपी के दोनों ओर समग, विकास करने और उसे एक औद्योगिक कोरीडोर विकसित करने को लेकर चर्चा हुई। मुख्यमंत्री ने अमेरिकी प्रतिनिधि मंडल का स्वागत करते हुए कहा कि तीन वर्ष पूर्व उन्हें अमेरिका जाने का मौका मिला और वहां उन्हें अमेरिका में स्थापित व्यवसायों को जानने का अवसर मिला।
उन्होंने कहा कि हरियाणा में सिविल ऐविएशन, एमआरओ, आई टी, स्मार्ट सिटी, एग्रो इंडस्ट्री, फुड प्रोसैसिंग व पैकेजिंग जैसे क्षेत्रों में नए उद्योग विकसित करने की अपार संभावनाएं हैं। इन क्षेत्रों में अमेरिका की कंपनियां निवेश कर अपने उद्योग स्थापित कर सकती हैं। मुख्यमंत्री ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वस्त किया कि उनको प्रदेश सरकार की ओर से सभी सुविधाएं मुहैया करवाई जाएंगी। मैटबेविन ने इस अवसर पर कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था में बहुत संभावनाएं है। अगले 15 से 20 वर्षों में भारत एक आर्थिक शक्ति के रूप में उभर कर आएगा।
– आहूजा