दिल्ली सीमाओं पर इस समय हरियाणा पंजाब के किसान केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे है। मंगलवार को मुद्दे को लेकर सरकार और किसान संगठनों के बीच चली बातचीत बेनतीजा रही। इस बीच कांग्रेस की हरियाणा इकाई की अध्यक्ष कुमारी सैलजा ने जेजेपी, निर्दलीय और बीजेपी के किसान हितैषी विधायक अपनी अंतरात्मा की आवाज सुनने और मनोहर लाल खट्टर सरकार का साथ छोड़कर प्रदर्शनकारी किसानों का साथ देने का आग्रह किया।
उन्होंने कहा कि केंद्रीय कृषि कानूनों को वापस लेने लेने के लिए सरकार पर दबाव बनाना जरूरी है। पूर्व केंद्रीय मंत्री सैलजा ने एक बयान में कहा, ‘‘जेजेपी की तरफ से कृषि कानूनों को लेकर आया बयान सिर्फ दिखावटी है। चुनाव से पूर्व बीजेपी के खिलाफ वोट मांगकर 10 सीटें अर्जित करने वाली जेजेपी ने पिछले वर्ष बीजेपी को अपना समर्थन देकर प्रदेशवासियों के साथ विश्वासघात किया था। जेजेपी के पास आज एक मौका है कि वह इस हरियाणा सरकार से अपना समर्थन वापस लेकर हरियाणावासियों के पक्ष में खड़ी हो और इस निर्णायक लड़ाई में किसानों का साथ दे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘अपनी अंतरात्मा की आवाज को सुनकर सरकार को समर्थन दे रहे निर्दलीय विधायक भी हरियाणा सरकार से अपना समर्थन वापस लें और बीजेपी विधायक भी हरियाणा सरकार का साथ छोड़कर किसानों का साथ दें।’’ सैलजा ने आरोप लगाया, ‘‘केंद्र और प्रदेश की बीजेपी सरकार सत्ता के अहंकार में पूरी तरह से डूबी हुई है। बीजेपी सरकार दिन रात सिर्फ अपने पूंजीपति मित्रों के बारे में सोचती है। देश के किसानों के साथ-साथ हरियाणा प्रदेश के किसान सरकार का षड्यंत्र पहचान चुके हैं।’’