चंडीगढ़ : आरुषि-हेमराज हत्या मामले में आरोपी तलवार दंपति को बरी कराने वाले दोनों वकील अब डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम का केस लड़ते नजर आएंगे। बलात्कार मामलों में दोषी 20 साल की सजा काट रहे राम रहीम ने हाल ही में दोनों वकीलों से संपर्क किया था। दोनों वकील तनवीर अहमद मीर और ध्रूव गुप्ता साधुओं को नपुंसक (बधियाकरण) बनाने के मामले में आरोपी राम रहीम और पंचकूला में हिंसा भड़काने के मामले में उनकी मुंहबोली बेटी हनीप्रीत के बचाव में पक्ष रखेंगे। बता दें कि पिछले साल इलाहाबाद हाई कोर्ट से डॉ. राजेश तलवार और नुपुर तलवार को 2008 में आरुषि और नौकर हेमराज की हत्या मामले से बरी कर दिया गया था।
इसमें दोनों वकीलों की अहम भूमिका रही। दोनों वकीलों ने 28 मार्च को डेरा प्रमुख के बचाव में पक्ष रखने के लिए पंचकूला कोर्ट में आवेदन दाखिल किया है। बता दें कि सीबीआई ने राम रहीम के खिलाफ अपने 161 भक्तों की बधियाकरण का मामला दर्ज किया था। सीबआई ने इस साल 31 जनवरी को पंचकूला कोर्ट के समक्ष इस मामले में चार्जशीट भी दायर की थी। डेरा प्रमुख के वकीलों ने दलील दी कि सीबीआई ने 122 गवाहों में से केवल 6 के बयान रिकॉर्ड किए और साथ ही भौतिक साक्ष्यों को छुपाने की भी बात कही।
कोर्ट ने सुनवाई की तारीख 9 अप्रैल तय की है। वकील तनवीर और ध्रूव हनीप्रीत के मामले को भी देखेंगे जिन पर देशद्रोह, आपराधिक षडयंत्र और राम रहीम को दोषी करार देने के बाद पिछले साल अगस्त में पंचकूला में हिंसा भड़काने के गंभीर आरोप हैं। दोनों वकीलों ने इस बात की पुष्टि की कि वह किसी और डेरा सदस्य का किसी भी मामले में केस नहीं लड़ेंगे। राम रहीम को दोषी करार दिए जाने के बाद पंचकूला में भारी हिंसा फैली थी। यहां डेरा समर्थकों ने कार, बसों में जमकर तोडफ़ोड़ और आगजनी की। पूरे मामले में 32 लोगों की मौत हो गई थी जबकि 250 घायल हुए थे।
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(राजेश जैन)