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Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव 2024 में 400 पार सीटें जीतने के टारगेट के साथ चल रही भारतीय जनता पार्टी को हरयाणा से तगड़ा झटका लगा है। हरियाणा में जननायक जनता पार्टी (जेजपी) और बीजेपी का गठबंधन टूट गया और मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर समेत पूरी कैबिनेट ने इस्तीफा दे दिया। इसे के साथ हरयाणा को अपना नया मुख्यमंत्री भी मिल गया है। हरयाणा के नय सीएम नायब सैनी होंगे
वहीं, मोदी काल में मुख्यमंत्री की कुर्सी गंवाने वाले मनोहर लाल खट्टर सातवें सीएम बन गए है। उनसे पहले 6 ऐसे मुख्यमंत्री रह चुके हैं जो नरेंद्र मोदी के कार्यकाल के दौरान अपना पद गंवा चुके। इनमें से एक मुख्यमंत्री तो ऐसे रहे जिन्हें सिर्फ तीन दिनों के अंदर ही अपना पद छोड़ना पड़ गया था। आइए नजर डालते हैं इन नेताओं पर।
Highlights
2014 में नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद आनंदीबेन पटेल को गुजरात का मुख्यमंत्री बनाया गया था। हालांकि वो इस पद पर ज्यादा दिन नहीं रहीं और 2 साल 77 दिनों के कार्यकाल के बाद उन्हें कुर्सी गंवानी पड़ी। उनके बाद पार्टी ने विजय रूपाणी को सीएम बनाया।
रूपाणी के नेतृत्व में बीजेपी ने गुजरात की 14वीं विधानसभा का चुनाव जीता, लेकिन रूपाणी इस विधानसभा का कार्यकाल पूरा न कर सके और उन्हें सीएम की कुर्सी छोड़नी पड़ी। हालांकि 13वीं और 14वीं विधानसभा का कार्यकाल मिलाकर उन्होंने कुल 5 साल और 37 दिन का समय सीएम की कुर्सी पर बिताया। उनके बाद बीजेपी ने भूपेंद्र पटेल को सीएम बनाया।
उत्तराखंड में त्रिवेंद्र सिंह रावत 18 मार्च 2017 को मुख्यमंत्री बने, लेकिन अपना कार्यकाल पूरा न कर सके। त्रिवेंद्र सिंह रावत को 10 मार्च 2021 को 3 साल 357 दिन का समय ही मिला और फिर बीजेपी ने तीरथ सिंह रावत को मुख्यमंत्री बना दिया।
तीरथ सिंह रावत भी अपना कार्यकाल पूरा न कर सके और चुनावों के पहले ही उन्हें अपनी कुर्सी गंवानी पड़ी। तीरथ सिंह रावत सीएम की कुर्सी पर महज 116 दिन ही बैठे, उनके बाद पार्टी ने पुष्कर सिंह धामी को सीएम बना दिया। पुष्कर सिंह धामी इस समय उत्तराखंड के मौजूदा मुख्यमंत्री है।
मोदी के कार्यकाल में बीजेपी के एक मुख्यमंत्री का कार्यकाल तो महज तीन दिन का रहा। कर्नाटक में साल 2018 के विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करने के बाद बीजेपी ने बीएस येदियुरप्पा को मुख्यमंत्री बनाया और उनका कार्यकाल महज तीन दिन में ही खत्म हो गया। उसके बाद जनता दल के एचडी कुमारस्वामी मुख्यमंत्री बने। हालांकि कर्नाटक की 15वीं विधानसभा में कुमारस्वामी भी अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाए।
बीजेपी ने 2014 में महाराष्ट्र का विधानसभा चुनाव जीता और देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री बनाया। फडणवीस ने ये कार्यकाल तो पूरा कर लिया, लेकिन उनकी सोच के मुताबिक उन्हें अगला कार्यकाल नहीं मिला। 2019 के नवंबर में उन्होंने आनन-फानन में सीएम पद की शपथ ली और महज पांच दिनों में ही उन्हें मुख्यमंत्री की कुर्सी गंवानी पड़ी। उनके बाद उद्धव ठाकरे कांग्रेस और एनसीपी के समर्थन से मुख्यमंत्री बन गए।