सोनीपत : कृषि मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ ने कहा कि दिल्ली का बाजार हरियाणा के किसानों के लिए सबसे बड़ा मौका है। प्रदेश के किसी भी हिस्से से कुछ घंटों में हम दूध, सब्जी, फल, मछली और फूलों सहित सभी जरूरी वस्तुएं घर-घर सप्लाई कर सकते हैं। प्रदेश सरकार इसी बड़े बाजार को ध्यान में रखकर प्रदेश के कटोरे को अन्न की बजाए फल, फूल और दूसरे साधनों से परिपूर्ण करना चाहती है। धनखड़ गुरुवार को निफ्टम कुंडली में फूड प्रोसेसिंग-हरियाणा फोकस विषय पर आयोजित सेमिनार में बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। श्री धनखड़ ने कहा कि किसी भी प्रदेश में उसकी जमीन से जुड़ा होता है। हमें यह विचार करना होगा कि हमारी ताकत क्या होगी? इसी को देखते हुए हम हरियाणा फ्रेस पर फोकस कर रहे हैं।
उन्होंने का कि दिल्ली एनसीआर के साथ-साथ हरियाणा में दो हजार करोड़ रुपये का व्यापार दिल्ली से चंडीगढ़ के बीच राष्ट्रीय राजमार्ग पर है। हम इस फूड एक्सप्रेस के कारोबार को चार हजार करोड़ रुपये तक ले जाने के लिए हर संभव कौशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली का 36 हजार 500 करोड़ रुपये का बाजार है और हमारा हरियाणा उसे तीन तरफ से घेरे हुए है। ऐसे में हमे उसके 27 हजार 500 करोड़ रुपये के व्यापार पर पर कब्जा करना होगा। उन्होंने कहा कि इसके लिए काम करने की जरूरत है। एग्रीकल्चर को एग्रो सर्विस में बदलने की जरूरत है। इसी से किसानों की आर्थिक स्थिति सुधर सकती है।
श्री धनखड़ ने कहा कि हरियाणा में 90 लाख एकड़ का खेत है और 13 लाख क्विंटल अनाज हम दूसरे प्रदेशों में भेजते हैं। प्रदेश में जब भाजपा की सरकार बनी थी तो 90 हजार हैक्टेयर में गन्ना था और अब दो लाख हैक्टेयर मेें गन्ना है। हम किसानों को जोखिम फ्री कर रहे हैं। 25 प्रतिशत किसानों ने फसल बीमा योजना का लाभ लिया है और बाकी को आपदा प्रबंधन के तहत राहत पहुंचाई जा रही है।
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– जसबीर खत्री