दिल्ली में एक पीएचडी छात्रा ने अपने पति पर आरोप लगाया है कि उसने शादी करने के लिए झूठ बोला कि वह इसरो का वैज्ञानिक है और छात्रा को इस झूठ का पता तब चला जब उनके साझा नेटफ्लिक्स एकाउंट के जरिए उसके पति की लोकेशन गुड़गांव में पता चली। पुलिस ने यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि बाद में छात्रा को पता चला कि उस आदमी की शादी एक दूसरी महिला के साथ पहले ही हो चुकी है। आरोपी व्यक्ति और उसके परिवार वाले झूठ का पर्दाफाश होने के बाद से फरार हैं।
महिला द्वारा एक अक्टूबर को दर्ज कराई गई शिकायत में आरोप लगाया गया है कि जितेंद्र ने उनके परिवार के सामने खुद को इसरो वैज्ञानिक के रूप में पेश किया और उससे शादी कर ली।
एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि आरोपी ने दावा किया कि उसने आईआईटी खड़गपुर से बीटेक किया है और ये साबित करने के लिए फर्जी दस्तावेज दिखाए कि वह भारतीय अंतरिक्ष शोध संगठन (इसरो) में शामिल होने से पहले रक्षा शोध एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) में काम करता था।
उन्होंने कहा कि महिला का परिवार शादी से पहले जितेंद्र और उसके परिवार से मिलने रेवाड़ी गया।
जितेंद्र ने मई में शादी के बाद दावा किया कि वह अंतरिक्ष यात्री का प्रशिक्षण लेने के लिए अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा में जा रहा है। महिला के पिता ने उसे एयरपोर्ट छोड़ा और अमेरिका से लौटने के बाद उसने महिला से कहा कि वह काम के लिए बेंगलुरु जा रहा है।
अधिकारी ने बताया कि उसकी पत्नी को पता चला कि वह गुड़गांव में किसी जगह से नेटफ्लिक्स इस्तेमाल कर रहा है।
अधिकारी ने बताया कि जब दोनों का आमना-सामना हुआ तो जितेंद्र ने माना कि वह बेरोजगार है और पहले से शादीशुदा है, वह कभी अमेरिका या बेंगलुरु नहीं गया और वह पूरे समय गुड़गांव में ही था।
पुलिस ने बताया कि उसके खिलाफ रेवाड़ी में दहेज का मामला दर्ज है और पहली पत्नी के साथ तलाक की प्रक्रिया जारी है।