बहादुरगढ़: दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन ने तीसरे चरण के तहत बनाई गई मुंडका-बहादुरगढ़ लाइन पर बुधवार से कमर्शियल ट्रायल रन शुरू कर दिया है। प्रबंध निदेशक डॉ मंगू सिंह ने डीएमआरसी के निदेशकों और वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में विधिवत रूप से हवन यज्ञ के साथ ट्रायल का शुभारंभ किया। वे टिकरी गांव स्टेशन से ट्रेन में सवार होकर बहादुरगढ़ भी पहुंचे और स्टेशनों का निरीक्षण किया। भविष्य में इस लाइन पर चालक रहित ट्रेन प्रचालन यानि यूटीओ सिस्टम से मेट्रो चलाई जानी है। ऐसे में ऑटोमेशन के बहुत उच्च स्तर के साथ ट्रेन इन स्टेशनों के बीच सघन परीक्षण से गुजारी जाएगी।
जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि ये कॉरिडोर कमिशनिंग के बाद सुचारू रुप से काम करने के लिए तैयार है। मुंडका से बहादुरगढ़ तक 11 किलो 182 मीटर लंबा एलिवेटेड लाइन पर सात स्टेशन बनाएं गए हैं। मंगू सिंह ने बताया कि ट्रायल रन के दौरान मेट्रो रेल को कठोर टेस्ट से गुजरना होगा। उन्होंने बताया कि प्री ट्रायल रन सफ ल रहा और अब लगातार ट्रायल कर प्रत्येक काम को जांचा जाएगा। ट्रायल रन के बाद सेफ्टी कमिश्नर निरीक्षण करेंगे। उनकी एनओसी के बाद मेट्रो आम लोगों के लिए उपलब्ध होगी। उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि मार्च के बाद इसे आम जनता के लिए खोल दिया जाएगा।
इस लाइन के शुरू होने से मौजूदा मेट्रो लाइन से अन्य लाइन की कनेक्टिविटी बढ़ जाएगी और बहादुरगढ़, दिल्ली, गुडग़ांव, फरीदाबाद व नोएडा तक सीधे जुड़ जाएगा। क्योंकि ग्रीन लाइन पहले से ही इंद्रलोक में रेड लाइन और कीर्तिनगर में ब्लू लाइन से जुड़ी है। पहले दिन से ही डेढ़ लाख यात्रियों के सफ र करने की उम्मीद है। इस कॉरिडोर की अनुमानित लागत करीब 2 हजार करोड़ रुपए है। इसमें हरियाणा का हिस्सा करीब 912 करोड़ रुपए है।
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– प्रेम शर्मा