कुरुक्षेत्र : राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत कुरुक्षेत्र में डेरा डाले हुए हैं। विद्या भारती के संस्कृति शिक्षा संस्थान के मुख्यालय में मोहन भागवत एसपीजी के सुरक्षा घेरे में हैं। इतनी कडी सुरक्षा है कि वहां परिंदा भी पर नही मार सकता। मीडिया को बिल्कुल दूर रखा गया है। सलारपुर रोड स्थित मुख्य द्वार से लेकर संस्कृति भवन तक आरएसएस के दंड धारक तैनात हैं और किसी को भी अंदर जाने की आज्ञा नही है।
पता चला है कि संघ प्रमुख 12 दिसंबर की सांय को कुरुक्षेत्र पहुंचे थे और 17 दिसंबर को वापसी है। सूत्रों का यह भी कहना है कि आज रविवार को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल के भी संघ प्रमुख से मिलने आने की संभावना है। प्राप्त जानकारी के अनुसार संघ प्रमुख मोहन भागवत नेे 6 राज्यों के संघ प्रतिनिधियों से चर्चा की और संघ की गतिविधियों की पूरी जानकारी प्राप्त की।
सूत्रों का कहना है कि पहले दिन हरियाणा और दिल्ली के प्रतिनिधियों के साथ मोहन भागवत की बैठक हुई और दूसरे दिन शनिवार को पंजाब, हिमाचल, जम्मू-कश्मीर के प्रतिनिधियों से संघ प्रमुख ने संगठन के बारे में चर्चा की और संघ गतिविधियों की संपूर्ण जानकरी प्राप्त की।
इसके अलावा इन राज्यों के नगर कार्यवाह नगर के तरूण प्रमुख, जिला दायित्व प्रमुख की बैठक भी संघ प्रमुख लेंगें। सूत्रों ने यह भी बताया कि संघ प्रमुख के प्रवास के अंतिम दो दिन इन राज्यों के प्रचारकों के साथ बैठक कर मोहन भागवत संघ की गतिविधयों की जानकारी प्राप्त करेंगें।
कुरुक्षेत्र में 2010 में आयोजित संघ की प्रतिनिधि सभा की बैठक के पश्वात यह दूसरी बडी बैठक है, जिसमें संघ का शीर्ष नेतृत्व कुरुक्षेत्र आया हुआ है। सूत्रों का कहना है कि लगभग एक सौ से अधिक संघ के बडे नेता इस वक्त कुरुक्षेत्र में प्रवास पर हैं। जिनके नाम पूर्णत: गोपनीय रखे जा रहे हैं। संघ के सूत्र इसे सामान्य बैठक बता रहे हैं लेकिन इस बैठक को लेकर अनेक प्रकार की चर्चाएं व्याप्त हैं।
सूत्रों का कहना है कि इस बैठक में हरियाणा की राजनीतिक परिस्थितियों पर भी संघ प्रमुख चर्चा करेंगें क्योंकि हरियाणा में भाजपा के 75 पार के दावे के बावजूद पूर्ण बहुमत प्राप्त नही कर सकी और उसे सरकार बनाने के लिए बैशाखियों का सहारा लेना पडा।
संघ प्रमुख से खट्टर की बैठक आज
संघ के सूत्रों का कहना है कि संघ नेतृत्व ने इस बात को गंभीरता से लिया है। बताया जाता है कि मुख्यमंत्री की आज संघ प्रमुख से होने वाली बैठक में प्रदेश के राजनैतिक हालात पर चर्चा होने की संभावना है इसके अलावा जम्मू-कश्मीर में धारा 370 व 35-ए हटाने के बाद बदली हुई परिस्थितियों पर भी संघ शीर्ष नेतृत्व मंथन कर रहा है। इसके अतिरिक्त नागरिकता संशोधन विधेयक को संसद में स्वीकृति मिलने के बावजूद पैदा हुए हालातों पर भी संघ नेतृत्व मंथन कर रहा है।