फरीदाबाद : उच्च न्यायालय के आदेश पर सोमवार को नगर निगम के तोड़फोड़ दस्ते ने सेक्टर-10 डीएलएफ के रिहायशी क्षेत्रों में व्यवसायिक गतिविधियां चला रहे 100 से अधिक प्रतिष्ठानों को पुलिस बल के साए में सील कर दिया। निगम की इस कार्यवाही के दौरान कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता विकास चौधरी के शोरुम व इनेलो कार्यालय को भी नहीं बक्शा। निगम प्रशासन ने सभी को सील लगा दी गई। फरीदाबाद नगर निगम की सीलिंग की यह पहली इतनी बड़ी कार्यवाही की गई, जिसमें दर्जनों ढाबे, बैक्वेंट, होटल, मैरिज गार्डन सहित कई प्रतिष्ठान शामिल रहे।
सीलिंग की इस कार्यवाही को करीब 500 से अधिक पुलिस कर्मी व रेपिड फोर्स की मौजूदगी में अंजाम दिया गया। इस कार्यवाही का कांग्रेसी नेताओं के साथ-साथ व्यापारियों ने भी जमकर विरोध किया, जिसके फलस्वरुप पुलिस ने कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता विकास चौधरी के भाई गौरव चौधरी सहित करीब 10 व्यापारी नेताओं को हिरासत में भी ले लिया। इस कार्यवाही का नेतृत्व बल्लभगढ़ के एसडीएम राजेश कुमार, नगर निगम के संयुक्त आयुक्त फरीदाबाद, एक्सईएन ओमबीर सिंह, एसीपी बल्लभगढ़ द्वारा किया गया।
इस कार्यवाही के दौरान चवन्नी चाय, धर्मा ढाबा, सिटी ढाबा, ब्रदर्स ढाबा के अगले हिस्से को जेसीबी मशीनों के द्वारा गिरा दिया गया। सीलिंग की इस कार्यवाही के तहत सेक्टर-12-11, 10, 9, 8, 7, डीएलएफ में भी कई दुकानें सील की गई। वहीं इनेलो कार्यालय सहित राजस्थान भवन, नेक्शा, टि पी फार्म, मैरिज गार्डन, बैक्वेंट हॉल, वेलकम ढाबा को भी सील कर दिया। सीलिंग की कार्यवाही 10 के आई ब्लाक से शुरु की गई।
इस दौरान सेक्टर-7, 8, 9, 10 के व्यापारी विरोध करने के लिए पहुंच गए और उन्होंने सेक्टर-9 को जाने वाली सडक़ को जाम कर दिया और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता विकास चौधरी व प्रदेश सचिव सुमित गौड़ भी अपने समर्थकों के साथ व्यापारियों को अपना समर्थन देने के लिए मौके पर पहुंच गए और इस दौरान उन्होंने प्रशासन के समक्ष व्यापारियों की आवाज को बुलंद तरीके से रखा।
इस दौरान उनकी पुलिस प्रशासन व निगम अधिकारियों से जमकर कहासुनी भी हुई वहीं मौके पर सैकड़ों की तादाद में मौजूद व्यापारियों ने कोर्ट के समक्ष रोड को जाम कर दिया, व्यापारियों द्वारा लगाए गए जाम के चलते पुलिस ने वाहनों को दूसरे स्थानों से निकाला। प्रशासन की यह कार्यवाही देर सायं तक जारी रही। इस दौरान शक्ति वेलफेयर मार्किट एसो. के अध्यक्ष वासदेव अरोड़ा, पूर्व विधायक आनंद कौशिक ने भी इस कार्यवाही का जमकर विरोध किया।
वहीं विकास चौधरी और सुमित गौड ने अधिकारियों से कोर्ट का आदेश दिखाने की बात कही और व्यापारियों को 15 दिन की मोहलत देने की बात रखी, लेकिन अधिकारियों ने उनकी एक नहीं सुनीं। कांग्रेसी नेताओं ने कहा कि व्यापारियों से कमर्शियल हाऊस टैक्स, पानी, बिजली का बिल अदा करते है, ऐसे में इस सीलिंग की कार्यवाही का कोई औचित्य नहीं होगा। उन्होंने कहा कि आज की इस बड़ी कार्यवाही से सैकड़ों की तादाद में व्यापारियों के चूल्हे तक बंद हो गए है और उनके समक्ष दो जून की रोटी जुटाना भी मुश्किल हो गया है।
इससे साबित हो गया है कि भाजपा पार्टी पूरी तरह से व्यापारियों के विरोधी साबित हुई है और इसने व्यापारियों को पूरी तरह से बर्बाद करने का काम किया है। उन्होंने कहा कि आने वाले चुनावों में जनता ऐसे दोमुंही सरकार को वोट की चोट से जवाब देकर तो चला करेगी ही वहीं इनके विरोध में सडक़ से लेकर चंडीगढ़ तक जोरदार तरीके से आवाज उठाई जाएगी।
– राकेश देव