सोनीपत,जींद : हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि लोकसभा चुनाव में कार्यकर्ताओं ने जी-जान एक करके काम किया। उन्होंने कहा कि चुनाव में हार जीत तो चलती रहती है, इससे निराश होने की जगह हार के कारणों को जान कर उनमें सुधार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि अब तीन माह बाद फिर प्रदेश में विधानसभा चुनाव हैं और इसके लिए कार्यकर्ता कमर कस लें।
पूर्व सीएम यहां मुरथल रोड पर इंपीरियल ग्रैंड बैँकवेट में कार्यकर्ताओं से रूबरू हो रहे थे। उन्होंने कहा कि सोनीपत की जनता ने हमेशा उनका साथ दिया है और इस चुनाव में भी ३६ बिरादरी ने वोट किया। यह तो पूरे देश में मोदी लहर का असर था, वरना कार्यकर्ताओं ने तो उन्हें जीता कर ही भेजा है। उन्होंने कहा कि वह हमेशा सोनीपत को अपना घर मानते हैं और यही वजह भी है कि वह यहां से चुनाव के लिए उतरे थे।
उन्होंने कहा कि एक चर्चा यह भी चलाई गई थी कि लोकसभा चुनाव के बाद वह यहां से वापस चले जाएंगे। लेकिन वह साफ कर देना चाहते हैं कि वह सोनीपत की जनता के साथ खड़े हैं और हमेशा रहेंगे। हुड्डा ने भाजपा सांसद रमेश कौशिक को बधाई देते हुए कहा कि रमेश कौशिक की जीत से ज्यादा चर्चे हैं मेरी हार के। हुड्डा ने कहा कि जनता ने जो विश्वास उनमें जताया है, वह उसके लिए ऋणी हैं और हमेशा सोनीपत के लोगों के हितों की रक्षा के लिए संघर्ष करते रहेंगे।
उन्होंने कहा कि हार के कारणों को जानकर कार्यकर्ता इसमें सुधार करें और अगले चुनाव की तैयारी में जुट जाएं। इसके बाद मीडिया से रूबरू होते हुए पूर्व सीएम ने कहा कि इसमें कोई दोराय नहीं है कि रोहतक में सरकार के एक मंत्री ने खुलेआम चुनाव आचार संहिता की धज्जियां उडाई। लेकिन सीएम ने उनके खिलाफ कोई कारवाई नहीं की। बूथ कैपचरिंग करते नामचीन बदमाश के साथ मंत्री पकड़ा गया और पूरी सरकार चुप रही। उन्होंने कहा कि अगर उनकी सरकार होती, तो वह ऐसे मंत्री को तुंरत बर्खास्त कर देते।
उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि भले ही प्रदेश में कांग्रेस का संगठन ना हो, लेकिन कार्यकर्ता बेहद मजबूत है और हर बूथ् पर कार्यकर्ता लडाई लड रहा है। उन्होंने कहा कि लोकसभा का चुनाव दिल्ली के लिए था, इसलिए वहां मोदी लहर ने काम किया। लेकिन आने वाला चुनाव चंडीगढ़ के लिए लड़ा जाएगा, इसमें मोदी फैक्टचर का कोई असर हरियाणा में नहीं दिखेगा। उन्होंने पत्रकारों के सवाल के जवाब में कहा कि वह तो हमेशा से इस बात के पक्षधर रहे हैं कि कोई भी राजनेता गैर जिम्म्दाराना टिप्पणी किसी पर ना करे। उन्होंने कहा कि राजनीति में सामाजिक जिम्मेदारी का निर्वहन करना जरूरी है।
इस मौके पर उनके साथ धर्मपाल सिंह मलिक, कुलदीप शर्मा, श्रीकृष्ण हुड्डा, जगबीर मलिक, जयतीर्थ दहिया, जयबीर बाल्मकि, प्रो. वीरेंद्र सिंह, देवराज दिवान,रवि परूथी,प्रदीप सांगवान,सुरेंद्र पंवार, सुरेंद्र दहिया, मनोज रिढाऊ, सुरेंद्र शर्मा,प्रदीप गौत्तम, अशोक सरोहा, अनिल गौड, सुरेश जोगी, अशोक छाबडा, नीलकंठ आहूजा, प्रूमोद भगत, डा. ओपी परूथी, शील मलिक, अशोक चोपडा, राजेंद्र चांदना, सुमित्रा चौहान सतपाल चौहान, कमल हसीजा, सतेंद्र नांदल आदि मौजूद रहे।