करनाल : इन्द्री स्थित ब्राह्मण सभा के अध्यक्ष बारू राम शर्मा ने कहा कि करनाल के सांसद अश्विनी कुमार चोपड़ा ने ईमानदारी और पारदर्शिता से कार्य किया है। उन्होंने कहा कि चोपड़ा परिवार पूर्व में एक शहीद परिवार से जुड़े हुए हैं। जिन्होंने पंजाब में आतंकवाद का खात्मा करने के लिए देश के लिए बहुत बड़ी कुर्बानी दी है। अश्विनी कुमार चोपड़ा के दादा लाला जगत नारायण तथा उनके पिता रमेश चन्द देश के लिए शहीद हो गए लेकिन फिर भी अश्विनी कुमार चोपड़ा की कलम नहीं रुकी।
इस मौके पर ब्राह्मण नेता धर्मपाल शांडिल्य ने कहा कि उन्होंने 36 बिरादरी के लोगों की सेवा की है। खासतौर पर उन्होंने गांवों के विकास में अग्रणी भूमिका अदा की है। उनके गोद लिए गांव मोहिदीनपुर का नाम आज देशभर में हुआ है। उन्होंने गांव में एक मिसाल कायम की है। गांव मोहिदीनपुर के ग्रामीणों की जीवनशैली को उन्होंने बदलकर रख दिया है।
यह सब उनकी ईमानदारी व कठिन मेहनत का नतीजा है। इस अवसर पर नरेन्द्र शर्मा, सुखदेव शर्मा, सुरेन्द्र शर्मा, राजेन्द्र शर्मा, महेंद्र शर्मा, मांगे राम शर्मा, मामचंद शर्मा, विक्रम शर्मा, रामकरण शर्मा, सतीश शर्मा, जितेंद्र शर्मा, महेंद्र शर्मा, नरेश कुमार, राजबीर शर्मा, रामकुमार शर्मा समेत ब्राह्मण समुदाय के कई नेता मौजूद थे।
किरण शर्मा चोपड़ा ने बुजुर्गों को शान से जीना सिखाया
उन्होंने कहा कि उनकी धर्मपत्नी किरण शर्मा चोपड़ा समाजसेवा में एक मिसाल बनकर खड़ी हुई हैं। वह देश के वरिष्ठ नागरिकों की दिल से सेवा कर रही हैं। उन्होंने वरिष्ठ नागरिकों के लिए जिस क्लब का गठन किया है, उसका बखूबी विस्तार हुआ है। अब वरिष्ठ नागरिक भी अपना जीवन शान से जी रहे हैं। ऐसे परिवार को दोबारा से टिकट मिलनी ही चाहिए।
सांसद ने दलालों को एक कोने में बैठा दिया था
इन्द्री के ब्राह्मण भवन में ब्राह्मण सभा की बैठक की अध्यक्षता करते हुए बारू राम शर्मा ने कहा कि पांच साल के कार्यकाल में अश्विनी कुमार चोपड़ा ने न केवल दलालों की भूमिका को खत्म किया बल्कि सांसद निधि से दी जाने वाली ग्रांट को ईमानदारी से लागू करवाया। उन्होंने कहा कि अश्विनी कुमार चोपड़ा न केवल शिक्षित हैं बल्कि राजनीति में ईमानदारी के परिचायक भी हैं। देश को ऐसे सांसदों की जरूरत है जो देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सपनों को पूरा करने में सहयोग कर सकें।
– हरीश चावला