कुरुक्षेत्र : केन्द्रीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि विश्व कल्याण के लिए प्रत्येक युवा को जीओ गीता का संदेशवाहक बनना होगा। इसके लिए प्रत्येक युवा को गीता में जीना होगा और प्रत्येक दिन कम से कम पवित्र ग्रंथ गीता के 2 श्लौकों को अपने जीवन में धारण करना होगा। इस पवित्र ग्रंथ गीता के 18 अध्यायों के सांझे सूत्र कर्म का जीवन में कभी त्याग नहीं करेंगे और कर्म करने में कभी अहंकार नहीं करेंगे और न ही कभी फल की इच्छा करेंगे।
इन तमाम पहलुओं को अपने जीवन का आधार बनाकर मानवता के कल्याण का मार्ग प्रशस्त किया जा सकता है। अहम पहलू यह है कि इस पावन धरा पर तीसरी बार 18 हजार विद्यार्थियों ने पवित्र ग्रंथ गीता के 18 अध्यायों के 18 श्लौकों का सामूहिक उच्चारण और अनुवाद कर एक बार फिर से नया इतिहास रचने का काम किया है।
इन विद्यार्थियों ने पूरे समाज को कर्म, ज्ञान, भक्ति योग के मार्ग पर चलने का संदेश दिया है। इतना ही नहीं इस वर्ष गीतास्थली ज्योतिसर की पावन धरा से 108 ब्राहमणों ने गीता पाठ का उच्चारण किया। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज मंगलवार को अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के दौरान थीम पार्क में आयोजित वैश्विक गीता पाठ कार्यक्रम में मुख्य अथिति के रूप में बोल रही थी।
इससे पहले केन्द्रीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, उड़ीसा के राज्यपाल प्रोफेसर गणेशी लाल, राज्यमंत्री कृष्ण कुमार बेदी, स्वामी ज्ञानानन्द महाराज, योग गुरु स्वामी रामदेव, सुधांशु जी महाराज, चिदानंद मुनि महाराज, आरएसएस के राष्ट्रीय कार्यकारणी सदस्य इन्द्रेश कुमार, स्वेदीश मंच के राष्ट्रीय संयोजक कश्मीरी लाल, बाबा भूपेन्द्र सिंह, विधायक सुभाष सुधा, विधायक लतिका शर्मा, उपायुक्त डा. एसएस फुलिया, कुलपति डा. कैलाश चंद शर्मा, केडीबी के मानद सचिव दन मोहन छाबड़ा, गऊ सेवा आयोग के अध्यक्ष भानी राम मंगला ने मंत्रोच्चारण और शंखनाद की गूंज तथा गीता पूजन के साथ दीप प्रज्जवलित कर विधिवत रूप से कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
इसके उपरांत विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने विधिवत रुप से वैश्विक गीता पाठ को शुरु करने की घोषणा की। इससे पहले जिला प्रशासन व शिक्षण संस्थानों तथा तमाम संस्थाओं के सहयोग से अन्तर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में तीसरी बार 18 हजार विद्यार्थियों ने पवित्र ग्रंथ गीता के 18 अध्यायों के प्रेरक 18 श्लौकों का सामूहिक उच्चारण और अनुवाद कर एक नया इतिहास रचने का काम किया। इस दौरान केन्द्रीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज व स्वामी ज्ञानानंद ने 700 श्लौकों को कंठस्थ करने वाले पानीपत के बालक हर्षवर्धन जैन को सम्मानित किया। इस विद्यार्थी को बाबा रामदेव की तरफ से 20 हजार रुपए की राशि से भी सम्मानित किया जाएगा।
(रामपाल शर्मा)