सोहना : सोहना अनाजमंडी में सरसो की सरकारी खरीद कई दिनों से बंद होने और मंडी में बिकने आई सरसो ना खरीदे जाने से नाराज खरोदा, खाईका, रायसीना, इसाकी, अभयपुर समेत विभिन्न गांवों से मंडी में फसल बेचने आए गुस्साए किसान शुक्रवार को यहां सडक़ों पर उतर आये और शहर के भीतर सोहना-गुरूग्राम नेशनल हाईवे पर चिल्ड प्वाइंट चौक पर सरकार विरोधी नारेबाजी करते हुए सडक़ मार्ग को अवरूद्ध कर जाम लगा दिया। जाम लगने की सूचना पाकर पुलिस प्रशासन मौके पर पहुंचा और गुस्साए किसानों को समझाने का प्रयास किया।
मौजूद किसानों ने आरोप लगाया कि जितनी बेकद्री किसानों की इस सरकार में हो रही है, अब से पहले कभी नही हुई। ऑनलाइन पंजीकरण के नाम पर किसानों को परेशान किया गया तो अब फसल का पंजीकरण और टोकन होने के बावजूद 3 दिनों से वह अपनी सरसो बेचने के लिए अनाजमंडी में पड़े है लेकिन कही, कोई देखने, सुनने वाला नही है। तहसील कार्यालय की तरफ से जो रोस्टर गांववाईज सरसो खरीद के लिए बनाया गया, उस पर अमल ना होने से रोस्टर दिखावा बन गया है। पटवारघर में जाने पर पटवारी, तहसील में जाने पर तहसीलदार मौजूद नही मिलते है।
आज नेशनल हाईवे जाम करने से पहले उन्होने एसडीएम कार्यालय में आकर एसडीएम के आगे अपनी समस्या रखने का प्रयास किया लेकिन गेट पर खड़ा दरबान यही कहता रहा कि एसडीएम साहब मोबाइल पर बात कर रही है। अभी मिला नही जा सकता है। वह 2 घंटे इंतजार कर एसडीएम से बिना मिले लौट आए है। मार्किटकमेटी हो चाहे तहसील कार्यालय, खरीद एजेंसी हो चाहे एसडीएम, सब अपनी जिम्मेदारियों को एक-दूसरे पर डालकर किसानों को गुमराह कर रहे है। तीन दिन से सोहना मंडी में सरसो की खरीद नही हुई है। जिससे किसान परेशान है क्योकि एक तो उनकी जेब खाली होने से वह भूख-प्यास से परेशान है। पूरी रात उन्होने सरसो की रखवाली करते गुजारी। हल्की सी झपकी लगी तो मच्छरों ने उनका खून चूसना शुरू कर दिया।
जब किसान परेशान होकर गल्ला आढ़तियों पर गए तो उन्होने कहा कि इस बार सरसो की खरीद करने वाली एजेंसी उनके जरिए सरसो की खरीद नही की गई है। जब वह मार्किटकमेटी में गए और उन्हे बताया कि वह 3 दिनों से सरसो बेचने के लिए मंडी में डेरा डाले हुए है। रोस्टर के मुताबिक उनके गांवों का नंबर होने के बावजूद सरसो की खरीद नही की जा रही है तो मार्किटकमेटी अधिकारियों ने बताया कि खरीद एजेंसी ने सरसो की खरीद फिलहाल बंद कर दी है। इतना ही नही पल्लेदार सरसो भरने के लिए तैयार नही है। सरसो तौलने के लिए पहले चार कांटे लगाए गए थे। उनमें से 3 हटा लिए गए है। कई-कई बार सरसो खरीद के लिए बनाए गए रोस्टर को बदला गया। फिर भी रोस्टर मुताबिक सरसो की खरीद नही की जा रही है।
जब वह अपना दुखड़ा रोने सोहना एसडीएम से मिलने गए तो 2 घंटे एसडीएम कार्यालय में खड़े रहने के बावजूद एसडीएम से बिना मिले इसलिए वापिस लौट आए क्योकि एसडीएम कक्ष के गेट पर खड़े दरबान ने कहा कि एसडीएम साहब अभी मोबाइल पर बिजी है। आप भीतर नही जा सकते है। वह बार-बार एसडीएम से मिलने के लिए मिन्नतें करते रहे लेकिन उनकी गुहार को हर बार नजरअंदाज कर दिया। जब हर कोशिश बेकार गई तो परेशान होकर वह नेशनल हाईवे पर आ गए और दिल्ली-अलवर आवाजाही वाले नेशनल हाईवे सडक़ मार्ग को सोहना में चिल्ड प्वाइंट के सामने जाम कर दिया। किसानों के सडक़ पर बीचोबीच धरने पर बैठने से सडक़ मार्ग और शहर के भीतर आवाजाही वाले तमाम रास्ते अवरूद्ध हो गए। सोहना से गुरूग्राम, पलवल, बल्लबगढ़, नूंह, तावडू जाने वाले सडक़ मार्गों पर वाहनों की कई-कई किलोमीटर लंबी लाईन लग गई।
- उमेश गुप्ता