वरिष्ठ इनेलो नेता व हरियाणा विधानसभा में विपक्ष के नेता चौ. अभय सिंह चौटाला ने कहा है कि हरियाणा में इनेलो का गठबंधन जनता से है। हमने तो बसपा के साथ गठबंधन धर्म निभाने में कोई कसर नहीं छोड़ी मगर कोई भी राजनीतिक दल दूसरे दल पर अपनी मनमर्जी नहीं थोप सकता। पंजाब केसरी दिल्ली कार्यालय में ‘शशीकांत शर्मा से विशेष बातचीत में इनेलो सुप्रीमो ने कहा कि इनेलो कहीं भी कमजोर नहीं है। चौ. ओमप्रकाश चौटाला ने बड़े से बड़े संकटों को झेल कर संगठन को खड़ा किया है। इनेलो चौ. देवीलाल की विचारधारा पर चलने वाली पार्टी है।
बसपा लोसुपा का गठबंधन हो गया आपसे बात बिगड़ने के क्या कारण रहेे?
बसपा ने गठबंधन धर्म नहीं निभाया है। उसने ऐसे राजनीतिक व्यक्ति से समझौता किया है जिसने पिछले दिनों पूरे हरियाणा में ज़हर उगला। हरियाणा के आपसी भाईचारे को खराब करने का जितना श्रेय भाजपा को जाता है उससे कहीं ज्यादा राजकुमार सैनी की लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी (लोसुपा) को भी जाता है। अभय चौटाला ने कहा कि बेशक बसपा-लोसुपा मिलकर चुनाव लड़ेंगे मगर इनका हरियाणा में न तो लोकसभा और न ही विधानसभा में खाता खुलेगा।
गठबंधन जनता से मगर राजनीति में संभावनाएं बनी रहती हैं। हरियाणा की राजनीति पल-पल बदल रही है। गठबंधन में कौन रहेगा, कौन जाएगा इसका फैसला इनेलो ही करेगी। हम समझ रहे हैं कि बसपा की राजनीतिक मजबूरी हो सकती है जिसके कारण उसे राजकुमार सैनी की पार्टी से गठबंधन करने का फैसला लेना पड़ा। अगर इनेलो को शर्तों पर गठबंधन करने की बात पर राजी करने की कोशिश होगी तो हम इस पर तैयार नहीं होंगे।
क्या बसपा ने गठबंधन तोड़ने के बारे में आपसे बात नहीं की ?
पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला शुक्रवार देर शाम घर आए उससे पहले की बात होती कि बसपा ने हमें बता दिया था कि वे गठबंधन से बाहर जाना चाहते हैं। अभय सिंह चौटाला ने कहा कि राजकुमार सैनी आैर उनकी पार्टी समाज को बांटने की राजनीति कर रहे हैं। उनका बहुत बुरा हश्र होगा। आम चुनावों में राजकुमार सैनी की पार्टी के उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो जाएगी और जनता उनकाे पहले ही नकार चुकी है।
चौटाला साहब बाहर आ गए हैं, अब अगली रणनीति क्या रहेगी?
अभय सिंह चौटाला ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला आगामी दिनों में पार्टी कार्यकर्ताओं से मिलने वाले हैं और उनके मिलने से ही कार्यकर्ताओं में उत्साह का संचार हो जाएगा। मेरे भी प्रदेशभर के कार्यकर्ताओं से मिलने के कार्यक्रम तय हैं और हम जल्द ही लोकसभा चुनावों के लिए अपनी रणनीति पर अमल शुरू कर देंगे। हम अन्य पार्टियों को इस आम चुनावों में चौंका देंगे।
दिग्विजय कहते हैं टिकटबेचने के आरोप पहले क्यों नहीं लगाए अब क्यों ?
अभय सिंह ने टिकटों की बिक्री को लेकर कहा कि टिकट देने के नाम पर लोगों से पैसे लिए गए लेकिन टिकट नहीं मिलने वाले लोग जब हमसे मिले तो इसका खुलासा बाद में ही हुआ। दिग्विजय इस बात को तो मान ही लें कि पैसे लिए गए, बाद में उन लोगों को पैसे लौटाने का आश्वासन दिया गया लेकिन वे लोग अभी भी अपने पैसे को लेकर परेशान घूम रहे हैं। अभय ने दिग्विजय सिंह के बारे में कहा कि इनैलो उनकी बात को महत्व नहीं देती है और आगामी दिनों में उनका वजूद समाप्त हो जाएगा।
जेजेपी के गठन के बारे में आप क्या कहेंगे?
जेजीपी के गठन पर अभय ने कहा कि प्रजातंत्र में हर कोई अपनी राजनीतिक पार्टी के गठन के लिए स्वतंत्र है। इनेलो ही एक ऐसा दल है जो चाैधरी देवीलाल और ओमप्रकाश चौटाला के सपनों का हरियाणा बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। अभय ने कहा कि दिग्विजय चौटाला में अभी राजनीतिक समझ नहीं है और उनके दल को जनता नकार देगी।
जींद उपचुुनाव में हार के क्या कारण रहे?
जींद में हार के कारणों पर अभय सिंह ने कहा कि गांवों में इनेलो कार्यकर्ताओं ने मुझे अच्छा समर्थन दिया था और हमें उम्मीद थी कि हम सीट जीत जाएंगे लेकिन हमें 60 बूथों पर एक से 10 वोट मिले जो किसी राजनीतिक साजिश का हिस्सा लगता है। यह चुनाव कांग्रेस और हमें पीछे रखने की रणनीति का हिस्सा था। चुनाव आयोग को इसका नोटिस लेना चाहिए वरना आयोग की विश्वसनीयता पर असर पड़ेगा। हम जनता के बीच इस बात को रखेंगे।
भाजपा से गठबंधन के बारे में आप क्या कहेंगे
राजनीति संभावनाओं का खेल है और हम अभी भी किसी संभावना से इंकार नहीं करते हैं। भाजपा के साथ गठबंधन को लेकर उन्होंने कहा कि हमारा अभी ऐसा कोई इरादा नहीं है और जनता के साथ गठबंधन मजबूत करने पर काम करना होगा। उन्होंने कहा कि लोकसभा और विधान सभा में जीत के बाद देखेंगे कि किसको समर्थन दें।
हम दोनों चुनाव में विरोधियों को जमीन सुंघाने का काम करेंगे। अभय सिंह चौटाला ने कहा कि इस चुनाव में हमारी कोशिश रहेगी कि कांग्रेस आैर भाजपा के इतर एक तीसरा मोर्चा बन जाए। हम देश को आगे ले जाने वाली सरकार काे समर्थन देंगे। भाजपा की हालत आम चुनावों में बेहद बुरी होने वाली है। राज्य में भी भाजपा को नुक्सान झेलना पड़ेगा।
इनेलो का जनाधार गांव में है शहर में क्यों नहीं ?
अभय ने कहा कि इनेलो का जनाधार गांवों के साथ-साथ शहराें में भी है। इनेलो ने एनआईटी, हिसार, जींद, सोनीपत जैसी शहरी सीटें भी पहले जीती थीं। हमें हरियाणा में हर जगह समर्थन मिलता रहा है और समूचे हरियाणा की जनता इनैलो और चौधरी ओम प्रकाश चौटाला को प्यार करती है यह आगामी दिनों में सबको दिख जाएगा। हमें कमजोर करने के लिए किए जा रहे दुष्प्रचार का जनता अपने आप जवाब दे देगी।
क्या गठबंधन टूटने से नुकसान होगा ?
भाई-बहन का रिश्ता टूटा नहीं करता। बसपा सुप्रीमो कुमारी मायावती के साथ हमारे संबंध थे और आगे भी रहेंगे। जो गठबंधन तोड़ता है, उसी को नुकसान होता है। बसपा से गठबंधन टूटने से इनेलो को किसी प्रकार का नुकसान नहीं होगा। क्योंकि हर पॉकेट में हमारा वोट है और चौ. देवीलाल की विचारधारा के लोग हमे पंसद करते हैं।