चंडीगढ़ : हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि राज्य के सभी 22 जिलों में एक-एक नर्सिंग कॉलेज खोलने की योजना है। इसके तहत अभी तक 6 जिलों में नर्सिंग कॉलेज खोलने की स्वीकृति प्रदान कर दी गई है। खेल मंत्री ने आज विधानसभा सत्र के दौरान एक प्रश्न के जबाव में बोलते हुए कहा कि देश एवं राज्य में नर्सिंग स्टॉफ की कमी को पूरा करने के लिए सरकार इस पर पहल कर रही है। उन्होंने कहा कि इन कॉलेजों में उत्कृष्ट स्तर का नर्सिंग स्टॉफ तैयार होगा और देश एवं विदेशों की मांग को पूरा करेगा।
श्री विज ने कहा कि सरकार की मंशा है कि राज्य के सभी 22 जिलों में डायलिसिस की सुविधा भी मुहैया करवाई जाएगी। उन्होंने बताया कि इस समय प्रदेश के 14 जिलों में मरीजों को यह सुविधा प्रदान की जा रही है। इसके लिए 88592 सैशन किए जा चुके हैं, जिनमें से 60 हजार मरीजों का नि:शुल्क उपचार किया गया है। राज्य कर्मचारी, बीपीएल, सडक़ दुर्घटनाग्रस्त, आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग, अनुसूचित जाति, शहरी स्लम बस्तियों में रहने वाले लोगों सहित अन्य श्रेणियों के मरीजों को भी यह सुविधा फ्री दी जाती है।
श्री विज ने कहा कि उनके लगभग 5 वर्षों के कार्यकाल के दौरान अभी तक कुल 11293 खिलाडिय़ों को कुल 425 करोड़ रुपए से अधिक की पुरस्कार राशि वितरित की जा चुकी है। इसके तहत वर्ष 2014-15 के 1759 खिलाडिय़ों को 29 करोड़, 2015-16 के 3416 खिलाडिय़ों को 89.90 करोड़, 2016-17 के 1862 खिलाडिय़ों को 48.88 करोड़, 2017-18 के 160 खिलाडिय़ों को 41.73 करोड़, 2018-19 के 1166 खिलाडिय़ों को 33.31 करोड़ तथा 2019-20 के 2930 खिलाडिय़ों को 92.49 करोड़ रुपए की नकद पुरस्कार राशि वितरित की गई है।
27 करोड़ रुपए किए विकास पर खर्च : कविता
हरियाणा की शहरी स्थानीय निकाय मंत्री श्रीमती कविता जैन ने कहा है कि वर्ष 2015 से वर्ष 2018 तक नगर परिषद, पलवल के सभी वार्डों में सडक़ों, गलियों के फुटपाथों व नालियों के निर्माण पर 26 करोड़ 50 लाख रुपये खर्च कर 598 कार्य पूर्ण करवाये गये हैं। श्रीमती कविता जैन आज हरियाणा विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान पूछे गए एक प्रश्न के उत्तर में सदन में बोल रहीं थी।
नगर परिषद पलवल के सभी वार्डों में सडक़ों, गलियों के फुटपाथों व नालियों के निर्माण के संबंध में वर्ष 2015 से वर्ष 2018 के दौरान प्राप्त हुई शिकायतों के बारे में पूछे गये प्रश्न के उत्तर में उन्होने बताया कि इस संबंध में 20 शिकायतें प्राप्त हुई थीं जिनका निदान कर दिया गया है।