यमुनानगर : यमुनानगर के गांव फतेहगढ़ में डंफर की चपेट में आने से एक युवक की मौत हो गई। जिसके बाद गुस्साए ग्रामिणों ने जमकर हंगामा किया। शव को कब्जे में लेने आई पुलिस पर भी लोगो ने हमला बोला जिसके बाद पुलिस वहा से भाग खडा हुई। गुस्साए ग्रामिणों ने कई ट्रको में तोडफोड भी की चार घंटे तक जाम लगाए रख।
जिसके बाद जिला प्रशासन ने लोगो को समझाबुझा कर जाम को खुलवाया। यमुनानगर की सड़को पर दौडते खनन से भरे ओवरलोड डंफर आए दिन किसी न किसी की जान लेते है। इन सब के बावजूद प्रशासन क्यों चुप है यह जनता जान चुकी है। ओवरलोडिंग को रोकने के कई दावे प्रशासनिक अधिकारी एवं सरकार में बैठे मंत्री एवं विधायक कर चुके हैं परंतु ओवरलोडिंग का यह महिषासुर कब शांत होगा यह कोई नहीं जानता।’
दो दिन पहले ही ऐसे ही एक सडक हादसे में विधायक के भाई की जान चली गई थी प्रशासनिक अधिकारियों पर शायद इसका कोई असर नहीं हुआ। आज सुबह एक ओवरलोड डंफर ने एक और बाइक स्वार नवयुवक को कुचल दिया। हालाकि यह डंफर चालक भी डंफर को भगाने का प्रयास में था लेकिन बाइक डंफर के नीचे फंस जाने के कारण चालक डंफर छोड कर ही भागना पडा।
परिजनों का कहना है सुबह जब पुलिस तक यह सूचना पहुंचाई तो पुलिस ने भी आने आने में देर लगा दी। जिसके बाद लोगो का गुस्सा पुलिस पर ही फूट पडा और मौके पर पुलिस के साथ ग्रामिणों ने हाथोपाई की। मौका पाते ही पुलिस कर्मी फरार हो गए जिसके बाद ग्रामिणों ने रोड पर आने वाले डंफर के साथ जमकर तोडफोड की और इन डंफर चालको पर भी जमकर हाथ साफ किए। डंफर चालक डंफरो को छोड कर फरार हो गए।
ग्रामीणों को समझाने के लिए थाना बूडिया एसएचओ डीएसपी व तहसीलदार मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने इन प्रशासनिक अधिकारियों पर ओवरलोडिंग करने वाले ट्रांसपोर्टरों एवं खनन माफियाओं से जुड़े लोगों से रिश्वत लेने के गंभीर आरोप लगा दिया । ऐसे में डीएसपी ने माना कि पैसे पुलिस वाले लेते होंगे लेकिन वह पहले ऐसे होता था पर अब नही। इसके पश्चात जब इन अधिकारियों की एक नहीं चली तो डीएसपी व तहसीलदार भी वहा से चलते बने।
बाद में मौके पर पहुंचे एसडीएम ने इन लोगो को आश्वसन दिया और एक कमेटी बनाकर ओवरलोड डंफरो पर नकेल कसने का आश्वासन दिया। बता दे कि आए दिन होने वाले हादसे में ओवरलोड डंफर ही लोगो को निशाना बनाते है और यह आकडा आए दिन बढता ही जा रहा है। चार घंटे तक लगे जाम को एसडीएम के आश्वासन के बाद खोला और उसके बाद जाकर पुलिस शव को कब्जे में ले पाई और पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल जगाधरी भेज कर कार्रावाई आरंभ कर दी।
– संदीप शर्मा