हरियाणा में भाजपा के साथ गठबंधन में सत्तारूढ जजपा के एक वरिष्ठ विधायक राम कुमार गौतम के हाल में पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद नेतृृत्व और खासकर उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला की कडी आलोचना किए जाने के बाद शनिवार को दुष्यंत चौटाला के पारिवारिक प्रतिद्वद्वी अभय सिंह चौटाला ने कहा कि गौतम का पार्टी उपाध्यक्ष पद से इस्तीफा तो शुरूआत है। जल्दी ही बाकी विधायकों का रोष भी सामने आएगा।
अब तक अभय सिंह जजपा के अंदरूनी घटनाक्रम पर चुप थे। लेकिन शनिवार को मीडिया से बातचीत में उन्होंने यह भी कहा कि यह जजपा की समाप्ति की शुरूआत है। अब लोगों का जजपा से मोहभंग हो रहा है और वे इंडियन नेशनल लोकदल की ओर लौट रहे है। उन्होंने कहा कि इंडियन नेशनल लोकदल को तोडने की साजिश भाजपा और जजपा नेताओं ने मिलकर रची थी।
भाजपा तो 75 पार के दावे से मात्र चालीस सीटों पर सिमट गई वहीं जजपा अगले छह माह में सिमट जायेगी। अभय सिंह ने जजपा पर कडा प्रहार करते हुए कहा कि धान के वैरीफिकेशन के नाम पर मिलों से वसूली की गई है। वैरीफिकेशन पूरा होने के बाद वे खुलासा करेंगे कि किसने कहां से कितने पैसे लिए।
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2018 के दिसम्बर माह में चाचा अभय सिंह चौटाला और भतीजे दुष्यंत चौटाला के बीच वर्चस्व की जंग के चलते इंडियन नेशनल लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश चौटाला ने दुष्यंत चौटाला और उनके पिता एवं अपने बडे पुत्र अजय सिंह को पार्टी से निकाल दिया था।
इसके जवाब में अजय सिंह के संरक्षण में जजपा का गठन किया गया था। इसी साल अक्टूबर के विधानसभा चुनाव में जजपा को दस सीटें मिली थी और भाजपा के साथ गठबन्धन कर वह प्रदेश में सत्तारूढ हुई है।