बहादुरगढ़ : सोमवार की रात लगभग एक बजे निकटवर्ती गांव भापडौदा आईटीआई के पास हुई कार व ट्राले की जबदस्त टक्कर से कार में सवार चार युवको की मौत से मृतको के गांव फोर्टपुरा बराणी में शादी के जश्न का माहौल मातम में बदल गया। मरने वालों में तीन ऐसे नौजवान ऐसे थे जो अपने मां बाप के अकेले पुत्र थे। वह अपने परिवार के युवक प्रदीप पुत्र सतबीर की शादी मेें शामिल होने के लिए भापडौदा बारात में आए थे। शादी समारोह समाप्त होने पर वापस अपने गांव बराणी जा रहे थे तभी भापडौदा से निकलते ही आईटीआई के पास उनकी कार ट्राला से टकरा गई जिससे कार में सवार चारो नौजवान युवको की मौके पर ही मौत हो गई।
मरने वालो में बराणी गांव का संजीव पुत्र देवेन्द्र जो चार बहनो का इकलौता भाई था और दिल्ली के एक स्कूल में 12वी कक्षा में पढता था। दूसरा युवक भी बराणी का ही अरुण पुत्र प्रदीप था और वह भी अपने मां बाप का इकलौता बेटा और एक बहन का इकलौता भाई था। अरुण नेहरु कालेज झज्जर में पढता था जबकि तीसरा युवक विशाल पुत्र सुखबीर भी अपने मां बाप का इकलौत बेटा था और 12 वीं कक्षा पास करने के बाद गांव में खेती में मां बाप का हाथ बंटवाता था। मृतक में चौथा युवक प्रदीप मांगावास गांव का रहने वाला था जो कार का चालक था। बताया गया है कि शादी समारोह शामिल होने के लिए संजीव, अरुण व विशाल ने किराये पर कार ली थी जिसका चालक प्रदीप था।
कार व ट्राले की टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि कार के परखचे उड गए और एक युवक कार से निकल कर सडक पर जा गिर जिससे उपर से एक ट्रक भी निकल गया जिस कारण उसका शव तो बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया और उसकी पहचान केवल सिर से ही हो सकी। कार के पीछे आ रही अन्य बारातियों ने भाग भाग कर चारों तीन युवको को कार से निकाला और पुलिस को हादशे की सूचना दी। बरात में शामिल ग्रामीण ही चारो को फटाफट बहादुरगढ़ ट्रामा सेंटर ले कर आए जहां चिकित्सको ने चारो को मृत घोषित कर दिया। हादशे का पता गांव बराणी में पहुंचा तो पूरे गांव के काफी संख्या में लोग गाडियों में सवार होकर भापडौदा के पास घटना स्थल पर पहुंचे।
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– प्रेम शर्मा