हिसार : द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान 13 सितंबर 1944 को इटली में शहीद हुए हिसार जिले के अग्रोहा पुलिस स्टेशन के गांव नंगथला निवासी पालुराम की अस्थियां लेकर आज हिसार कैन्ट से कैप्टन अजय वालिया गांव नंगथला पंहुचें और पूरे मान-सम्मान के साथ शहीद पालू राम केभतीजे रामजी लाल पुत्र मौजी राम को सौंप दी। इस दौरान 550/600 की हाजरी में एसडीएम हिसार, थाना प्रबन्धक अग्रोहा, उपस्थित रहे।
जिला सैनिक एवं अर्ध सैनिक कल्याण अधिकारी कैप्टन प्रदीप बाली ने बताया कि द्वितीय विश्व युद्ध में ब्रिटिश सेना में तैनात हरियाणा के कई वीर जवानों ने अपनी कुर्बानी दी। ब्रिटिश सेना में तैनात हिसार जिला के गांव नंगथला निवासी सिपाही पालुराम पुत्र पतराम ने इटली के शहर पोगिओं आल्टों में चले युद्ध के दौरान 13 सितंबर 1944 को 19 वर्ष की आयु में अपनी जान की आहुति दी। इनके कंकाल फ्लोरेंस के नजदीक पोगिओं आाल्टों में मिले थे।
इनकी पहचान बारे 2010 तक इंक्वारी चली। उन्होंने बताया कि 2012 में डीएनए टेस्ट से पता चला कि वे 20-21 साल के गैर यूरोपियन जवान हैं। कई सबूतों जैसे युद्ध व गायब हुए जवानों की सूची से आखिरकार पता चला कि शहीद पालुराम सुपुत्र श्री पतराम 4/13 एफ एफ राइफ ल के जवान थे। इनके बारे में आर्मी हैडक्वार्टर एजी ब्रांच ने सैनिक एवं अर्धसैनिक कल्याण विभाग के निदेशक के माध्यम से हिसार के जिला सैनिक बोर्ड को अवगत करवाया और शहीद पालुराम के परिवार व वारिसों के बारे में जानकारी मांगी।
कैप्टन बाली ने बताया कि जिला सैनिक बोर्ड ने पालुराम के परिवार के सदस्यों से संपर्क किया और उनके भतीजे रामजीलाल व पोते रमेश व ओमप्रकाश को इस संबंध में सूचित किया। कंकालों के रूप में मिले अवशेषों पर परिवार वालों की रजामंदी से पालुराम का अंतिम संस्कार इटली में ही करवाया गया। भारतीय नेशनल डिफेंस अकादमी की टीम इटली गई हुई थी जो वापस भारत पहुंची है। उन्होंने बताया कि एनसीडी की टीम के साथ सिपाही पालुराम की अस्थियां भी भारत पहुंची। अस्थियों को दिल्ली आर्मी हेडक्वार्टर से एकत्र किया गया जिसके बाद आज शहीद पालुराम की अस्थियों को सम्मान सहित उनके गांव नंगथला में उनके परिजनों को सौंपा।