चंडीगढ़ : हरियाणा की दस लोकसभा सीटों पर जीत के लिए कांग्रेस आलाकमान ने शनिवार पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष डॉ. अशोक तंवर और विधायक दल की नेता किरण चौधरी के साथ शनिवार नई दिल्ली में मंथन किया। पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ने 15 गुरुद्वारा रकाबगंज मार्ग स्थित कांग्रेस के वाररूम में पार्टी प्रदेशाध्यक्षों सहित विधायक दल के नेताओं और प्रदेश प्रभारी महासचिवों की बैठक बुलाई हुई थी।
राहुल गांधी के साथ राज्य की दस लोकसभा सीटों पर जीतने वाले प्रत्याशियों की बाबत चर्चा करने के बाद तंवर और किरण चौधरी ने एक स्वर में कहा कि राज्य कांग्रेस में कोई बदलाव नहीं होगा। उन्होंने कहा कि पार्टी आलाकमान का पूरा ध्यान लोकसभा चुनाव जीतने पर केंद्रित है। ऐसे में राज्य संगठन के बदलाव की चर्चाओं को जन्म देने वाले पार्टी विरोधी नेता हैं।
तंवर ने कहा कि पार्टी संगठन राज्य में लोकसभा चुनाव की तैयारी पूरी कर चुका है। उन्होंने कहा कि पार्टी जीतने वाले उम्मीदवारों को ही चुनाव मैदान में उतारेगी तथा पूरे राज्य में जातिगत समीकरणों को भी ध्यान में रखा जाएगा। इस बैठक से किरण चौधरी तो करीब दो घंटे बाद ही निकल आई थीं मगर उनके बाद तंवर करीब एक घंटे तक और रहे।
सूत्रों की माने तो डॉ. तंवर ने सिरसा,हिसार, रोहतक,अंबाला, गुरुग्राम और फरीदाबाद से जीतने वाले एक-एक उम्मीदवार का नाम भी दिया। इनमें दो अनुसूचित जाति,दो जाट और एक गुर्जर नेता का नाम शामिल था। डॉ.अशोक तंवर को 10 फरवरी 2014 को राज्य कांग्रेस अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी पार्टी की तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी ने दी थी। तंवर तब सिरसा से पार्टी के सांसद थे और उन्हें अनुसूचित जाति के नेता फूलचंद मुलाना को ही हटाकर प्रदेशाध्यक्ष बनाया गया था।
तंवर की नियुक्ति के बाद से ही पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा उनके खिलाफ रहने लगे थे। लोकसभा चुनाव में हार के बाद विधानसभा चुनाव में तो हुड्डा और तंवर के बीच सियासी जंग छिड़ गई थी। हुड्डा खेमा राजनीतिक रूप से मजबूत होने के कारण तंवर को हटाने की मुहिम लगातार चलाता रहा मगर पार्टी आलाकमान ने तंवर को नहीं हटाया।
शनिवार को नई दिल्ली के 15 गुरुद्वारा रकाबगंज मार्ग स्थित कांग्रेस के वाररूम में पार्टी आलाकमान से लोकसभा प्रत्याशियों के नाम पर चर्चा करने के बाद दूसरे प्रदेशों के वरिष्ठ नेताओं का भी कहना था कि मौजूदा समय में किसी भी प्रदेश के संगठन में बदलाव करना संभव नहीं है। फिलहाल तो पार्टी सिर्फ चुनाव तैयारियों पर ही ध्यान केंद्रित करेगी।