गुरुग्राम : पिछले कई दिनों से शहर में नमाज को लेकर व्याप्त तनाव इससे पहले अपने चरम पर पहुंचता, पुलिस ने सख्त कार्रवाई करके दोनों समुदायों के लोगों पर शिकंजा कस दिया। हिंदूओं की तरफ से लघु सचिवालय के पास और मुस्लिमों की तरफ से शीतला कालोनी में दिए जा रहे धरने को जबरदस्ती हटाकर राहत की सांस तो ली, लेकिन चैन अभी नहीं है। शीतला कालोनी में सील की गई मस्जिद को लेकर तनाव बना रहा।
शीतला कालोनी में बिना नक्शा पास कराए निर्मित कराए गए एक मकान में सामूहिक रुप से नमाज आता किया जाना प्रतिबंधित करने और नगर निगम द्वारा इसे सील करने के विरोध में जिस तरह से मुस्लिम समाज की ओर से खून-खराबे की धमकियां दी गई, पुलिस-प्रशासन ने उन्हें गंभीरता से लिया। ऐसी घटना होने से पहले ही पुलिस ने बंदोबस्त कर दिया। शीतला कालोनी में सहायक पुलिस आयुक्त संदीप मलिक और जय सिंह के नेतृत्व में मौके पर तीन थानों की पुलिस के अलावा भारी संख्या में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई।
मस्जिद की सील नहीं खुली तो बहा देंगे खून…
एसडीएम संजीव सिंगला की अगुवाई में यहां 36 ड्यूटी मैजिस्ट्रेट भी लगाए गए। पुलिस ने इशारा मिलते ही वहां पर लगे टैंट उखाड़ दिए और धरना दे रहे लोगों को वहां से खदेड़ दिया। डीसीपी वैस्ट सुमित कुमार के मुताबिक कानून व्यवस्था हाथ में लेने की किसी को इजाजत नहीं है। पुलिस फोर्स की वहां अब भी तैनाती है और हालात काबू में हैं।
– सतबीर भारद्वाज